Jija Ne Meri Chut Pavroti Ke Jaise Fula Di Chod Ke

मेरा नाम आँचल है Crazy Sex Story पर मै ये अपनी पहली कहानी भेज रही हूँ ये कहानी तब की है जब मेरी दीदी की नई नहीं शादी हुयी थी | मै अपनी दीदी के साथ उनके ससुराल गयी थी | मेरी उम्र 17 साल रही होगी मेरे बूब्स मेरी दीदी के बूब्स से भी भारी थे | मेरी गांड बिना चुदे बड़ी बड़ी दिखती है मेरे जीजा पहली रात को दीदी को खूब चोदे दुसरे दिन जीजा ने मेरे ऊपर नजर रखना सुरु कर दिया | मेरे मन में भी इच्छा थी चुदाने की पर घर में ढेर सारे मेहमान लोग आये थे जीजा ने मुझे किचन में अकेला देख मेरे बूब्स को दबा दिया मेरी वासना और भड़क गयी चूत से पानी टपकने लगा | पर क्या करू मौका नहीं मिल पा रहा था | Jija Ne Meri Chut Pavroti Ke Jaise Fula Di Chod Chod Ke.

आखिर 2 दिन के बाद मौका मिल ही गया मेरी चूत की चुदाई हो ही गयी जीजा के मोटे लंड से हुआ कुछ यु की गर्मी का मौसम तो था ही मै और जीजा की बुआ छत पर चली गयी सोने और मैंने जीजा को इशारे में बता दिया की आज मै छत पर सोने जा रही हु अगर मन किया तो आ जाना और रात को करीब 1 बजे जीजा छत पर आ गये मेरे बाजु में उनकी बुवा जी सो रही थी जैसे ही देखा की जीजा आ चुके है तो मेरी आग फिर से भड़क गयी और मै धीरे से अपनी जगह से उठी और छत पर बाजू में एक कमरा बना था जीजा मुझे फुसफुसा कर बोला उस कमरे में आ जाओ मै धीरे से दबे पाँव कमरे में घुस गयी और अन्दर पाँव पड़ते ही जीजा भूखे शेर की तरह टूट पड़े मेरी ब्रा फाड़ दिए और दोनों बूब्स को दबा दबा के चूसने लगे और एक हाथ मेरी चूत पर लगा कर रगड़ने लगे |                   “Meri Chut Pavroti Ke Jaise Fula Di”

मेरी चूत पावरोटी की तरह फुल चुकी थी अब रहा नहीं जा रहा था | मैंने जीजा के लंड को हाथ में ले लिया और ऊपर निचे करने लगी जीजा का लंड इतना मोटा और लम्बा था की मेरी तो जैसे सास ही फुल गयी की अगर ये मोटा राड मेरी चूत में घुसेगा तो मेरी चूत का क्या हाल होगा पर मै भी गर्म हो चुकी थी और जीजू ने बगल में रखे लकड़ी के तक्थे पर लिटा दिए और मेरे ऊपर आकर अपना मोटा लंड का सुपाड़ा मेरी कुवारीं चूत पर रखा और धीरे से अन्दर की तरफ सरका दिया मेरी चूत में उनका मोटा लंड पहले तो थोडा अन्दर आराम से गया क्युकी मेरी चूत का पानी चिपचिपा था तेल की तरह सरक रहा था | और अचानक जीजू ने एक जोरदार धक्का मेरी चूत के ऊपर मारा मेरे मुह से जोर से चिल्लाने की आवाज निकली पर जीजा को शायद पहले से पता था |

उन्होंने मेरे मुह पर अपने हाथ को दबा के रख दिया जिससे मेरी आवाज अन्दर ही दब कर रह गयी | अब मेरी चूत में जीजू का पूरा लंड घुस चूका था मेरी चूत में इतना दर्द हो रहा था की सहन करना नामुमकिन लग रहा था पर जीजा मजे हुए खिलाडी थे उन्होंने पहले तो चूत में अपने लंड को थोडा भी नहीं हिलाया बस बूब्स को चूसते रहे अब मेरे मन में दर्द कम चुदास बढ़ने लगी थी चुदास बढे भी क्यों न जब जीजू बूब्स को जीभ से रगड़ते तो मेरी बॉडी को करंट सा लग जाता अब मै खुद ही निचे से धक्के मारने लगी थी जीजू समझ गये की अब मेरा दर्द कम हो चूका है |

अब जीजू ने भी धक्के मारने स्टार्ट कर दिए और खूब तेज तेज धक्के मारने लग मेरी भी सील टूट चुकी थी अब मेरी चूत में एसा लग रहा था की जीजू के लंड जैसा एक लंड और भी होता तो वो भी घुसवा लेती |                                       “Meri Chut Pavroti Ke Jaise Fula Di”

दुसरे तरफ से मै भी निचे से अपनी चूत को उचका देती तो उनका पूरा लंड मेरी बच्चेदानी को ठोकर मरता | आखिर अब वो घड़ी आने वाली जो मेरे लिए तो पहली बार था और थोड़ी देर में ही मेरे पुरे बॉडी में झुरझुरी जैसी लगी और मुझे एसा लगा जैसे मै किसी और दुनिया में आ गयी हूँ इतना मज़ा पहली बार मिला था और जीजू का लंड भी पानी छोड़ने लगा था उनका गर्म गर्म वीर्य मेरी चूत में चार चाँद लगा रहा था |

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