मैं अपनी पढ़ाई में इतनी व्यस्त रहती थी कि मुझे किसी भी चीज से कोई मतलब नहीं रहता था मैंने अपनी 12वीं की पढ़ाई अव्वल दर्जे से पास की। उसके बाद जैसा की पिताजी चाहते थे कि मैं एक अधिकारी बनूं उसके लिए मैंने प्रशासनिक सेवाकी तैयारी शुरू कर दी और मैं अपनी पूरी मेहनत से तैयारी कर रही थी। तभी हमारे घर पर मेरी मौसी की लड़की निहारिका आई वह मुझसे उम्र में एक वर्ष छोटी थी और वह कॉलेज की पढ़ाई कर रही थी लेकिन उसका मॉडर्न अंदाज और उसके बात करने का तरीका मुझसे बहुत अलग था। Do Jawan Dil Mile To Sare Kapde Utar Gaye.
मैं एक सामान्य सी लड़की थी मुझे
ना तो अपने कपड़ों से ज्यादा कुछ लेना देना था और ना ही मुझे अपने दोस्तों से कुछ
लेना देना था मैं अपने कमरे की बंद दीवारों को ही अपना साथी मानती थी। मेरे कमरे
में जो किताबे थी वही मेरे सच्चे दोस्त थे लेकिन मैं जब भी निहारिका से मिलती तो
मुझे ऐसा लगता कि मुझे भी निहारिका के जैसा थोड़ा मॉर्डन तो होना ही चाहिए।
मैं बिल्कुल भी सामाजिक नहीं हूं मैं सिर्फ अपने कमरे में ही बैठी रहती हूं और उससे ज्यादा मेरी कुछ दुनिया नहीं है लेकिन जब निहारिका मेरे रूम में आई तो वह कहने लगी समिष्ठा क्या तुम पढ़ाई कर रही हो। मैंने निहारिका से कहा हां मैं पढ़ाई कर रही थी निहारिका कहने लगी चलो मैं बाहर जाती हूं तुम्हें डिस्टर्ब हो जाएगा। मैंने निहारिका से कहा नहीं ऐसा कुछ भी नहीं है तुम यहां बैठ सकती हो, निहारिका मुझे कहने लगी नहीं मैं यहां बैठ कर क्या करूंगी तुम्हें बेवजह ही मेरी बातों से परेशानी हो जाएगी।
मैंने निहारिका को अपने पास बैठा
लिया और हम दोनों बातें करने लगे मैंने अपनी किताबों को बंद कर के अपने मेज पर ही
रख दिया था। मेरे हाथ में पेन था और मैं उसको अपने हाथों से घुमाये जा रही थी निहारिका
और मेरे बीच एक दूसरे के हाल-चाल को लेकर बातें होती लेकिन निहारिका के मॉर्डन
ख्यालातो के आगे मेरी पुरानी सोच कहीं भी नहीं दिखती थी। मुझे लगता कि मैं जैसे
जमाने से बहुत पीछे हूं और सब लोग मुझसे काफी आगे निकल चुके हैं परंतु मैं अपने
जीवन में खुश थी मैं चाहती थी कि मैं अपने जीवन में एक अच्छे मुकाम को हासिल कर
लूं।
मैंने अभी तक अपना फेसबुक पर
अकाउंट नहीं बनाया था निहारिका मुझे कहने लगी कि तुम कम से कम अपना फेसबुक पर
अकाउंट तो बनवा लो। मैंने कहा नहीं निहारिका उसकी वजह से मेरी पढ़ाई में दिक्कत
पैदा हो जाएगी इसलिए मैं फेसबुक पर अकाउंट नहीं बनाना चाहती लेकिन निहारिका की जिद
के आगे मुझे अपना फेसबुक अकाउंट बनाना पड़ा। निहारिका ने अपने जेब से बड़े से
मोबाइल को निकाला और उसने उसी वक्त मेरा फेसबुक अकाउंट बना दिया। वह मुझे कहने लगी
लो मैंने तुम्हारा भी फेसबुक पर अकाउंट बना दिया अब तुम भी अपने कुछ दोस्त बना लो
और उनसे भी बात किया करो कब तक कमरे के अंदर ही अंदर पढ़ाई करती रहोगी बाहर की
दुनिया देखोगी तो तुम्हें भी अच्छा लगेगा।
मैंने निहारिका से कहा से कहा मैं तुम्हारी बात से तो सहमत हूं लेकिन मेरा दिमाग इस चीज के लिए तैयार नहीं है। निहारिका कहने लगी अब तुम पढ़ाई कर लो मैं चलती हूं, निहारिका तो जा चुकी थी लेकिन उसने मेरे दिल और दिमाग के बीच में जो संघर्ष करवा दिया था उससे मैं जूझ रही थी। आखिरकार मैंने अपने दिल की बात सुनी और जब मैंने अपने फेसबुक अकाउंट को खोला तो मैंने उसमें देखा मेरे कई दोस्त फेसबुक अकाउंट पर जुड़े हुए थे मैंने उन सब को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज दिया और अपनी पढ़ाई पर लग गई।
मैं सिर्फ आधा एक घंटा ही फेसबुक
पर अपने पुराने दोस्तों से चैटिंग के माध्यम से बात किया करती थी लेकिन धीरे-धीरे
दोस्तों की संख्या बढ़ने लगी और फेसबुक अकाउंट पर मैंने अपने कुछ पुरानी तस्वीरें
अपलोड कर दी उन पुरानी तस्वीरों को अपलोड करते ही जैसे मेरे फेसबुक अकाउंट पर
कमेंटों की बौछार हो चुकी थी। मेरे कुछ पुराने दोस्त मेरे साथ जुड़े हुए थे लेकिन
कुछ अनजान लोग भी मेरे साथ जुड़ने लगे थे और मेरे फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में ना जाने
कितने फ्रेंड हो चुके थे परंतु मैं अपनी पढ़ाई पर भी पूरा ध्यान दे रही थी और कुछ
ही समय बाद मेरी प्रशासनिक परीक्षा का एग्जाम नजदीक आने वाला था।
एक बार पिताजी ने मुझे अपने पास
बैठने के लिए कहा और वह मुझे समझाने लगे वह कहने लगे बेटा तुम जल्दी से कोई एक्जाम
निकाल दो ताकि तुम्हारा जीवन सफल हो जाए। मुझे भी यही लगता था लेकिन मुझे नहीं
मालूम था कि यह सब इतना भी आसान होने वाला नहीं है लेकिन उस एग्जाम के दौरान मुझे
एहसास हुआ कि शायद मेरा एंट्रेंस एग्जाम क्लियर हो जाएगा। मैंने फेसबुक के माध्यम
से अपने नए दोस्त बना लिए थे उनसे मेरी चैटिंग के माध्यम से बात होती रहती थी
लेकिन जब राहुल के साथ मेरी बातें होने लगी तो मुझे राहुल में अपनापन सा लगने लगा।
राहुल से बातें कर के मुझे ऐसा लगता कि जैसे कोई तो ऐसा है जिसे मैं समझ सकती हूं या वह मुझे समझ सकता है राहुल और मेरे बीच में काफी बातें होती थी। मैं जब भी राहुल से फेसबुक चेटिंग के माध्यम से बात करती तो मुझे बहुत ही अच्छा लगता और हम दोनों अब काफी बातें करने लगे थे। एक दिन राहुल ने मुझसे मेरा मोबाइल नंबर मांगा तो मैंने उसे अपना मोबाइल नंबर दे दिया। राहुल से जब मेरी पहली बार बात हुई तो मुझे उससे बात कर के बहुत खुशी हुई। कुछ ही दिनों बाद जब निहारिका हमारे घर पर आई हुई थी तो मैंने निहारिका को सारी बात बताई और कहां की मुझे राहुल बहुत पसंद है।
निहारिका कहने लगी तुम पहले उससे एक बार मिल तो लो तभी तो तुम्हें पता चलेगा कि वह कैसा है मैं निहारिका की बात से पूरी सहमत थी और मैं अपनी प्रथम डेट पर जाने के लिए तैयार हो गई। हालांकि मैं बहुत घबराई हुई थी लेकिन निहारिका ने मुझे कहा कि मैं भी तुम्हारे साथ चलूंगी निहारिका अपनी एक सहेली के साथ मेरे साथ आ गई और वह लोग रेस्टोरेंट की दूसरी टेबल में बैठे हुए थे। मैं जब राहुल से मिली तो मुझे थोड़ा अजीब सा महसूस हो रहा था और मैं काफी ज्यादा घबरा रही थी पर जब राहुल से मेरी बात हुई तो मेरे अंदर की घबराहट जैसे दूर हो गई थी और हम दोनों एक दूसरे से काफी देर तक बातें करते रहे। “Do Jawan Dil Mile”
मुझे राहुल को समझने का मौका मिल
गया था और राहुल भी इस बात से सहमत थे कि हम दोनों एक दूसरे को समझ पाए। राहुल और
मैंने एक घंटा साथ में गुजारा तो मुझे बहुत अच्छा लगा, जब राहुल चले
गए तो निहारिका ने मुझे कहा तुम बहुत घबरा रही थी। मैंने निहारिका से कहा मैं पहली
बार ही किसी लड़के से इतना खुलकर बात कर रही हूं तुम्हें तो मालूम है ना कि मेरी
दुनिया कितनी सीमित है और मैं कुछ चुनिंदा लोगों से ही तो मिलती हूं। हम लोग उसके
बाद घर आ गए उस दिन मुझे बहुत खुशी हुई और रात को जब राहुल और मैंने बातें की तो
हम दोनों एक दूसरे से काफी देर तक बातें करते रहे।
राहुल के साथ में बहुत ही ज्यादा घुलने मिलने लगी थी हम दोनों एक दूसरे से काफी बात किया करते थे। अब मेरे अंदर भी राहुल को लेकर बहुत ही ज्यादा प्यार था राहुल को मुझमे कोई कमी नहीं दिखी और आखिरकार मैं अपना दिल और अपना तन बदन राहुल को सौपना चाहती थी। मैं उसे जब भी मिलती तो ऐसा लगता जैसे समय थम जाना चाहिए मुझे राहुल से मिलना बहुत अच्छा लगता और हम दोनों एक दूसरे को अच्छी तरीके से समझने लगे थे। एक दिन मेरे होठों को जब राहुल ने अपने होठों में लेकर चूसना शुरू किया तो मुझे जिंदगी का सबसे अच्छा एहसास हुआ।
उस दिन जब मैं घर आई तो मैं बहुत
ज्यादा खुश थी पहली बार ही मैंने किसी लड़के के साथ किस किया था मैं चाहती थी कि
मै अपने कदमों को आगे बढाऊ क्योंकि निहारिका मुझसे हमेशा अपने बॉयफ्रेंड और अपने
बीच की बातें शेयर किया करती थी तो मेरे दिल में भी अब आग लग चुकी थी। राहुल ने एक
दिन मुझे कहा कि मुझे तुमसे मिलना है तो मैं भी अपने आपको ना रोक सकी और मैं राहुल
से मिलने के लिए चली गई।
दो जवान दिल जब मिले तो एक दूसरे
के बदन को हम दोनों महसूस कर रहे थे राहुल कहने लगा तुमने बहुत अच्छा किया जो
मुझसे मिलने के लिए आ गई यह कहते ही उसने मेरे होठों को चूमना शुरू किया तो मुझे
भी बहुत अच्छा महसूस होने लगा। राहुल को भी बहुत अच्छा लग रहा था जब राहुल ने मेरे
स्तनों को चूसना शुरु किया तो मैं भी अपने आपको नहीं रोक पाई और मेरे अंदर से भी
गर्मी बाहर निकलने लगी। राहुल मेरे स्तनों को बड़े ही अच्छे अपने मुंह में लेकर
चूसता वह मेरे स्तनों को अपने मुंह में लेकर उनका रसपान करता तो मेरी योनि से पानी
बाहर निकालता।
जब राहुल ने अपनी जीभ को मेरी चूत पर लगाया तो मैं रह ना सकी और राहुल ने मुझे कहा मैं अपने लंड को तुम्हारी योनि के अंदर डाल रहा हूं। राहुल ने जब मेरी योनि के अंदर अपने लंड को प्रवेश करवाया तो मैं रह ना सकी और जैसे ही राहुल अपने लंड को अंदर बाहर करते तो मेरे मुंह से चीख निकलती। वह जिस प्रकार से मुझे धक्के दे रहे थे उससे मुझे बहुत ही ज्यादा गर्मी होने लगी थी मेरे शरीर की गरमाहट में बढ़ोतरी होने लगी थी। राहुल मेरे होठों को लगातार अपने होठों से चूम रहे थे। “Do Jawan Dil Mile”
जब राहुल ने अपने लंड को मेरी योनि से बाहर निकाला तो मैंने जब अपनी योनि की तरफ देखा तो मेरी योनि से खून बह रहा था और जिस प्रकार से राहुल ने मुझे अपने ऊपर से आने को कहा था। मैंने अपनी योनि के अंदर राहुल के लंड क समा लिया राहुल मुझे बड़ी तेजी से धक्के मार रहा था और मैं भी अपनी चूतडो का राहुल के ऊपर करती जाती। पहला अनुभव मेरा बहुत अच्छा था मैं पूरी तरीके से उत्तेजित होने लगी थी राहुल भी पूरी उत्तेजना में थे। वह मुझे बड़ी तेज गति से धक्के मार रहा था राहुल ने मेरे स्तनों को चूसना शुरू किया तो मैंने उसे कहा मुझसे अब और नहीं हो पाएगा। राहुल से मैंने कहा मैं झड़ चुकी हूं राहुल ने मुझे अपने नीचे लेटाया और कुछ देर बाद राहुल ने अपने लंड को बाहर निकालकर मेरे स्तनों पर वीर्य को गिरा दिया। “Do Jawan Dil Mile”