Hindi Sex Story फ्रेंड्स , पिछले भाग में आपने पढ़ा कि कैसे मेरी मॉम अब मुझसे खुशी खुशी चुदने को राजी हो गई तो दोनों एक सुनसान इलाके में ओरल सेक्स का लुफ्त उठाए तो ये दिन की बात है और फिर मॉम निशा सहित घर के सभी सदस्यों का दिन छुट्टी के कारण एक साथ ही बीता तो मेरे घर में मॉम ,डैड और बहन प्रियंका है तो मैं राहुल मल्होत्रा ,१६ वर्ष की उम्र में संभोग सुख प्राप्त कर अपने मुठ मारने की आदत से निजात पा लिए । Mom Ki Kamvasna Kaa Live Show Dekha 4.
मॉम निशा ,३५ वर्ष की
शादीशुदा औरत है तो उनके गोरे बदन साथ ही सुराहीनुमा गर्दन साथ ही चौड़ी छाती पर
दोनों बूब्स ,सपाट पेट से लेकर कमर तक तो उम्र के
हिसाब से जांघें मोटी और चूतड़ तो गोल गुंबदाकार और इनको एक दफा चोदने के बाद कोई
भी दुबारा चोदने को तड़पता ,वहीं हुआ तो
शाम होते ही डैड घूमने निकल गए और दीदी पड़ोस कि एक सहेली के घर चली गई तो मैं
अपने रूम में कपड़ा बदलने लगा ,फिलहाल कमर पर
कच्छा था और अचानक से मुझे किसी के हाथ का एहसास हुआ तो मैं जैसे ही पीछे मुड़ा तो
देखा कि मॉम खड़ी है।
मॉम निशा मेरे कंधे पर हाथ रख मुझसे लिपट गई तो मेरा हाथ उन्हें बाहों में लेकर अपने से चिपका लिया ,उनके चूतड सहलाता हुआ गर्दन चूमने लगा तो समझो घर के अंदर दोनों के अलावा किसी के नहीं होने के कारण मॉम और मैं मस्ती के मूड में थे लेकिन मैं तो घूमने जा रहा था और मॉम तभी मेरे गर्दन में हाथ डाले ओंठ पर चुम्बन देने लगी तो उनके तन पर भारतीय परिधान ……..साड़ी ,पेटीकोट और ब्लाउज था ,मॉम के ओंठ चूम चूमकर उनके रसीले ओंठ को ही चूसने लगा.
तो इस ड्रेस की खासियत ये है कि कहीं भी आराम से औरतों कि साड़ी
और पेटीकोट को कमर तक उठाकर उसको चोदा जा सकता है ।दोनों बेडरूम में खड़े होकर
चुम्बन क्रिया में लगे हुए थे कि मॉम मेरे मुंह में अपनी लम्बी जीभ घुसाने लगी ,मेरे शाम का घूमना अब परिवर्तित मार्ग की ओर था
तो काम वासना के सामने तो कुछ भी त्यागा जा सकता है ,निशा के बूब्स मेरे छाती से दबने लगे तो उनके
गद्देदार गान्ड सहलाता हुआ जीभ चूसने लगा ,राहुल
के कच्छा के अंदर ही लंड टाईट होने लगा और दोनों के मुंह का लार टपकना शुरू हो गया.
तो निशा मेरे चेहरे को पीछे धकेल जीभ मुंह से निकाल मेरे कंधे
पर सर रखकर बोली “अभी दोनों घर पर अकेले हैं तो तुम घूमना फिरना छोड़कर इधर
ही मजा दो (मैं उनके चूतड़ पर दो तीन थप्पड़ जड़ दिया)जरूर बेबी ” दोनों बेड
पर बैठ गए तो मेरे चढ्ढी पर ही लंड का उभार दिख रहा था और निशा उसको पकड़कर दबाने
लगी “आउच उह आराम से “तो मैं भी निशा के साड़ी का पल्लू नीचे करके चूची
को ब्लाऊज के उपर से ही पकड़ दबाने लगा “किस साईज की ब्रा लगाती हो “वो
शर्म के मारे अपने चेहरा को हथेली से ढकने लगी तो मैं उसको बेड पर धकेल कर लिटा
दिया ,वक़्त शाम के ०६;००-०६:१५ के हो रहे थे तो मॉम की चूचियां तेज
सांसों के कारण ऊपर नीचे हो रही थी.
और मेरा हाथ उनके सपाट पेट से लेकर कमर तक को सहलाने लगा तो
उसकी साड़ी कमर से हटाता हुआ खोलकर उसे सिर्फ पेटीकोट और ब्लाऊज़ में कर दिया ,इस ड्रेस में मुझे औरतें हॉट लगती हैं तो राहुल
झुककर मॉम की ब्लाऊज के नीचे से पेट तक को चूमने लगा और वो अपने दोनों पैर हवा में
उठाने लगी तो राहुल निशा के जिस्म पर झुककर उसके कमर तक को चूमा फिर मैं मॉम के
पेटीकोट का नाड़ा खोजने लगा ,अधिकतर महिलाएं
पेटीकोट की नाड़ा को खोंस्कर अंदर रखती हैं तो मैं उनके जांघ पर हाथ फेरता हुआ
नाड़ा को पकड़ अब खोलना चाहा.
तो मॉम मेरा हाथ पकड़ ली “नहीं ,अब जो करना हो करो लेकिन और कपड़ा नहीं खोलूंगी “तो मुझे क्या दिक्कत ,उनके चिकने जांघ पर हाथ पेटीकोट के उपर से ही फेर रहा था और उनका ये वस्त्र धीरे धीरे घुटने तक करके नग्न पैर सहलाने लगा ,निशा खुद से अपने पेटीकोट को कमर तक करके जांघें सटाए चुत छुपाने लगी तो मैं उनके नग्न घुटने से उपर की ओर तक चूम चूमकर उन्हें कामुक करने लगा फिर निशा के दोनों जांघ फैल गए और मुझे उनके खूबसूरत चुत का दीदार हुआ।
राहुल का लंड चढ़धी में चुदाई को तैयार था तो उनके पेटीकोट कमर
पर छोड़ मैं उनके जांघों के बीच अपना चेहरा लगाकर चुत पर चुम्बन देने लगा और वो
“उह ओह आह अबे मादरचोद ,ले फलका दी चाट
न “उंगली लगाकर बुर फैलाई तो मेरा लंबा सा जीभ चुत के अन्दर घुस गया ,चुत का आंतरिक खूबसूरती मस्त था ,गुलाबी रंग के साथ उनकी लंबी शिष्निका ,कुत्ते की भांति चाटता हुआ उनके चूतड़ को सहलाने
लगा और वो अपने गान्ड ऊपर किए “उह ओह मर गई हाय रे कुत्ता चाट चाट भोंसड़ी के
चाट बहनचोद “तो उनके बुर कि खुशबू लेता हुआ चुत को पल भर चाटा.
फिर बिना देर किए अपना चढ्ढी खोलकर लंड को बाहर निकाला ।राहुल
का लंड मॉम जैसी औरत के लिए कुछ खास नहीं था लेकिन चुदाई तो आखिर चुदाई ही होती है
भाई ,मैं अपना लंड पकड़े उनके फांकों के
बीच रगड़ने लगा और धीरे से पूरा लंड मॉम की चुत में पेलकर चोदने लगा ,कोई भावना नहीं और ना कोई ममता यहां तो दो जिस्म
के बीच एक संबंध था और लंड गपागप पेलता हुआ उनके बूब्स को ब्लाऊज पर से ही पकड़
दबाने लगा ,देख रहा था कि मॉम की ब्लाऊज की हुक
सामने ही है तो दे दनादन चोदता हुआ हुक खोंलने लगा.
तो निशा का गोरा मुखड़ा लाल हो चुका था ,आंखें बंद थी और सेक्सी आवाज “उह ओह आह चोद
चोद बे कुत्ते “तो मॉम की ब्लाऊज उनके कंधे तक पहुंच चुकी थी और फिर मैं
झुककर उनके नग्न स्तन मुंह में लेकर चूसने लगा तो चुत में लंड पेलने की गति थोड़ी
कम थी। निशा जैसी सेक्सी औरत को हर मर्द चोदना चाहेगा तो ये चाहत मैं दूसरी बार
पूरा कर रहा था और उसके तन पर पेटीकोट कमर पर तो ब्लाऊज कंधों पर के सिवाय कुछ भी
नहीं था और मैं उनकी चूची चूसता हुआ चुदाई कर रहा था.
चिकने बदन पर लेटकर चोदने का एहसास लेता हुआ “उह ओह आह
राहुल हुआ बस और नहीं उह निकला मेरा”आहें सुन रहा था तो उसकी चुत से निकला रस
मेरे लंड को गीला कर दिया तो मैं उठकर वाशरूम चला गया ,वक़्त ०६:३५ शाम के हो रहे थे तो मेरी लंड मॉम के
चुत की गहराई तक तो नहीं घुस पाई थी लेकिन उनके चुत की दीवार पर धक्का मार मार कर
उसकी चुत को रसीला बना दिया था ।मैं वाशरूम से बाहर आया तो मॉम बेड पर नंगे लेटी
हुई थी और उनके चुत को देखा तो सफेद रज बाहर आ रही थी ,सोचा जरा चाट लिया जाए तो स्वाद दुबारा चख कर मजा
लिया जाए.
तुरंत ही निशा के चूतड़ के नीचे तकिया डालकर उनके बुर पर मुंह लगाया तो उंगली से पूरी तरह से चुत फैलाकर जीभ अंदर घुसा घुसाकर रस चाटने लगा और वो अपनी बाहों से ब्लाऊज निकाल बोली “पेटीकोट भी उतार फेंक राहुल और चुदाई कर (मैं चुत चाटकर)तेरी सेक्सी गान्ड चोदने का मन कर रहा है (मैं उनके दोनों फांक मुंह में लेकर चुभलाना शुरू किया)तो मैं कहां रोक रही हूं ,जब मौका मिले पेल देना “तो बुर चूसकर चेहरा ऊपर किया फिर पेटीकोट खोलकर उन्हें पूर्णतः नग्न कर घुटने के बल होकर लंड चुत में डालने लगा.
फिर मोम की गीली चुत चोद चोदकर मस्त होने लगा ,उनके चुत सें फाचा फेच की आवाज आ रही थी तो उनके बूब्स पकड़ दबाने लगा और निशा मुझे देखते हुए “जरा मेरे ऊपर लेट ना कुत्ते फिर देख सेक्सी चुद््दकड्ड की गान्ड का कमाल ,निशा के जिस्म पर लेटकर चोदने लगा तो वो मेरे पीठ सहलाते हुए ओंठ चुमिं फिर अपने गद्देदार गान्ड उछालने लगी तो चुदाई का मज़ा ही बढ़ गया और सोलह साल का लौंडा ३५-३६ साल की औरत की चुत को क्या खाक लहराता लेकिन पूरे गति से चोदता रहा और वो अपने चूतड़ ऊपर नीचे कर रही थी. “Mom Ki Kamvasna Kaa”
उनके बड़े बड़े चूची मेरे छाती से रगड़ खाने लगे और अब बुर की
पानी वाष्प बनकर उड़ चुकी थी तो गर्म बुर में चुदाई करता हुआ हांफने लगा “उह
ओह सेक्सी तुम को चोद चोदकर बेहाल कर दूंगा समझी रण्डी ,ओह उछाल मेरा निकला (वो मुझसे लिपटे चुद्वती
रही)ओह बहुत मजा आ रहा है उह तू एक नंबर का चोदुम्ल बनेगा “तो निशा की चुत
में वीर्य गिराकर उनके बदन पर ही लेटा रहा और वो मेरा ओंठ चूम ली ,कुछ देर बाद दोनों अलग होकर फ्रेश हुए ।
रात के ०९:३० बजे घर के सभी सदस्य एक साथ बैठकर खाना खा रहे थे
तो मेरी नजर कभी दीदी की छोटी छोटी बूब्स की ओर जाती तो कभी मॉम की चूचियों की ओर
और मॉम स्नान करके एक नाईटी पहन अपने खूबसूरत जिस्म को ढक रखी थी ,पता नहीं रात को मॉम की चुदाई डैड करते या फिर
मुझे दुबारा चोदने का मौका मिलता ,खाना
खाकर उठ गया तो दीदी के पीछे वाश बेसिन के पास खड़ा होकर उनके मस्त गान्ड की आकार
को देखने लगा और प्रियंका एक फ्रॉक पहनकर अपने तन को ढक रखी थी.
तो उनके गान्ड देख ही समझ आ गया कि ये फ्रॉक के अंदर हाफ पैंटी
पहन चुत को ढक रखी है।अपने रूम जाकर बेड पर सो गया तो दरवाजा सिर्फ सटाकर छोड़ा था
और लाल रंग की नाईट बल्ब रूम में थोड़ी रोशनी कर रही थी ,मेरी आंख लग गई तो शाम को निशा की चुदाई कर थक
हुआ था और गहरी नींद में सोया रहा लेकिन मेरी आंखें किसी रोमांटिक सपने को देखते
हुए खुली तो आंखें खुलते ही सामने निशा को देखा ,ये
तो हकीकत था और पीले रंग कि सेक्सी नाईटी पहने वो मेरे नग्न जांघ को सहला रही थी.
और मैं उठकर वाशरूम गया फिर फ्रेश होकर वापस रूम में आया ,वक़्त रात के ००:४० बजे थे तो मध्यरात्रि में मॉम
मेरे बेड पर ,जरूर डैड बेहोशी के हाल में सो रहे
हैं और मैं बेड पर आकर उनके सामने बैठा तो उनकी नाईटी उनके बड़े बड़े बूब्स तक को
पूरी तरह से ढक नहीं पा रही थी। राहुल अपनी मॉम की चूची देखने लगा तो निशा मेरा
हाथ पकड़कर अपने बूब्स पर लगा दी तो मैं उसको मसलने लगा फिर वो मेरे शॉर्ट्स को
उतारने के लिए मेरे कमर पर हाथ लगाई.
तो मैं खुद ही शॉर्ट्स खोलकर लंड को नंगा कर दिया , सुस्त पड़ा लंड उनके हाथ में था तो पांच घंटे में ये दुबारा जागने को तैयार था । राहुल अपनी मॉम की बूब्स दबाने लगा तो निशा मेरे लंड को पकड़ हिलाना शुरू कर दी और फिर दोनों एक दूसरे के करीब होकर बाहों में सिमट गए ,वो अपने गद्देदार चूतड़ मेरे गोद में ही रख बैठ गई तो उनकी बूब्स मेरे छाती से दब रही थी ,जांघों पर चूतड का एहसास तो सीने पर चूचियों का ,झट से उनके गर्दन में हाथ डालकर ओंठ पर चुम्बन देने लगा और वो मेरे चेहरा से लेकर गर्दन तक को चूमने लगी. “Mom Ki Kamvasna Kaa”
फिर वो मुझे पीछे की ओर धकेल कर बेड पर लिटा दी तो मैं उनके बूब्स के क्लीवेज को देखता हुआ ओंठ पर जीभ फेरने लगा और निशा मेरे बनियान खोलकर मुझे नग्न कर मेरे छाती को चूमने लगी ,उनका दोनों स्तन नाईटी के अंदर दिख रहा था तो मैं हाथ बढ़ाकर स्तन को पुचकारने लगा और वो मेरे छाती से पेट तक को चूम चूमकर मुझे कामुक कर रही थी ।मेरे नग्न बदन में मानो करेंट प्रवाहित होने लगी तो लंड टाईट होने लगा फिर निशा मेरे चूतड़ के नीचे तकिया डालकर जांघों को फैलाई “मॉम ,अगर डैड जग गए तो.
(निशा मेरे जांघ पर हाथ फेरने लगी) चुप चोदता है और मॉम बोलता
है ,तेरे डैड को दूध में ही नींद की दवाई
मिलाकर बेहोशी की नींद सुला दी “अब निशा मेरे गान्ड की छेद फैलाए जीभ से
कूतिया की तरह गान्ड चाटने लगा , वाकई लंड के
अंडकोष से गान्ड की छेद का क्या कोई तार जुड़ा हुआ है ? लग रहा है ,आखिर
निशा जीभ मेरी गुदाज अंग में घुसाए चाटने में मस्त है तो मेरा लंड मानो किसी क्रेन
कि तरह नीचे से ऊपर उठना शुरू हो गया और वो मेरे लंड पकड़ धीरे धीरे हिलाने लगी
“उह ओह सेक्सी प्लीज़ अब मत करो बहुत खुजली गान्ड में हो रही है.
(निशा गान्ड से जीभ निकालकर मुझे देखने लगी)तो तेरी गान्ड चोद दूंगी अपने चूची से “कहते हुए अपने सेक्सी नाईटी को उतार फैंकी तो उनके लंबे जिस्म पर सिवाय एक पैंटी के कुछ नहीं था और मॉम मेरे लंड को जोर जोर से हिला हिलाकर उसे टाईट करने में लगी हुई थी तो मैं उनके सीने से झूलते चूचियों को देख चूसने कि सोचने लगा ।निशा अब मेरे लंड के सुपाड़ा को मुंह में लेकर चूसने लगी तो उसकी उंगलियों झांटों में घूम रही थी और टाईट होता लंड ५ इंच लम्बा और १ इंच मोटा होगा. “Mom Ki Kamvasna Kaa”
पर मॉम के चुत की गहराई और फलक कोई एक फूटा लंड ही फाड़ सकती थी
,फाड़ेगी क्या ,यों कहिए उसको चोदकर संतुष्ट कर सकती है तो अब
मॉम मेरे पूरे लंड को मुंह में लिए सर का झटका देते हुए मुखमैथुन करने लगी तो
राहुल लेटा हुआ “उह ओह आह उई मां अब नहीं प्लीज़ “तो निशा मेरे थूक से
सने लंड को मुंह से निकालकर जीभ से चाटने लगी और मेरी नजर निशा की चुत पर लगे
ब्लेक पैंटी पर थी फिर वो उठकर वाशरूम चली गई तो उनके चूतड की कम्पन देख लंड तो
गांड़ में घुसने को आतुर था.
और मैं भी उसके पीछे अंदर गया तो वो टॉयलेट सीट पर बैठे मूतने में
लीन थी तो राहुल उनके हटने का इंतजार करने लगा ,वो
उठकर खड़ी हुई फिर मैं मूतने लगा तो निशा अपने चुत को शैंपू से साफ करके तौलिया से
पोंछ ली फिर दोनों रूम आए । दोनों नग्न अवस्था में बेड पर लेटे लेकिन एक दूसरे के
सामने करवट लिए तो मैं भी निशा की चुदाई को तैयार था तभी मॉम अपनी एक जांघ उठाकर
मेरे पैर पर रख दी ,अब दोनों की काम योनि आमने सामने थी
तो मैं उसके चेहरे को चूमने लगा.
और वो मेरा लंड हाथ में लिए अपनी चुत में घुसाने लगी ,तो सुपाड़ा सहित थोड़ा लंड अंदर था और मैं उसके चुत में धीरे धीरे लंड घुसाते हुए ओंठ चूमने लगा फिर उनकी घुटने को पकड़ टांग हवा में किए चुदाई करने लगा तो आमने सामने होकर चोदने में काफी मजा आने लगा और दोनों की सेक्सी बदन के साथ कमर में घर्षण होने लगी ,यही तो संभोग है और चुत में लंड डालते हुए मैं मस्त हो रहा था तो निशा “अब रुको पैर में दर्द होने लगी. “Mom Ki Kamvasna Kaa”
(मैं उसके चुत से लंड निकाल लिया)अब डॉगी स्टाइल में चोदूंगा “तो निशा अपने कोहनी और घुटने के बल होकर चूतड़ चमकाने लगीं फिर मैंने उनकी चूतड़ की ओर से चुत में लंड पेल दिया ,जोर का धक्का देता हुआ चोदने लगा तो निशा अब अपने चूतड़ को स्प्रिंग की तरह हिलाते हुए चुदवाने लगी ,दोनों के योनि में आग लगी हुई थी तो निशा पल भर बाद अपने कमर स्थिर करके चुदवाने लगी और मैं धीरे धीरे धक्का देता हुआ मॉम की चुत चुदाई कर रहा था ।
कुछ देर बाद निशा अपने चूतड़ को दुबारा हिलाना शुरू की लेकिन पूरे गति से ,समझ गया कि ये साली चुद्दकड़ड रज छोड़ने वाली है तो राहुल मध्यरात्रि में निशा यानी रात को ही चोद चोदकर हांफने लगा “उह ओह अब और नहीं झडूंगा (मॉम चूतड़ हिला हिलाकर)जरूर डार्लिंग मैं भी झड़ने पर हूं ,उह आह ओह लो निकला (मेरा वीर्य स्खलित होने लगा)आह ओह यूं सेक्सी ले पी कुत्ती बन भोंसड़ी के मेरे बच्चे की मां “मेरा लन्ड चुत में ढीला पड़ गया तो निशा मुंह में लंड लेकर वीर्य भी चूसकर स्वाद चख ली ,रात गई बात गई ।