Hindi Sex Story मैं संध्या अपनी कहानी शुरू करने से पहले एक बात और बताने जा रहीं हूं ओ दिन मेरे लिए ग़लत था या सही आप मेरी पूरी आप बीती सुनने के बाद जरूर बताएं, उस रात बहुत कुछ खत्म हो गया और बहुत कुछ नयाा शुरू हो रहा था अब इस रिश्ते के लिए कर कोई अनजान नहीं रह गया समीर मेरा बेटा सीधे ऊपर जाने लगा मां की ममता सब भूल कर बोली उपर सांप है ना जा समीर लाइट जला कर ऊपर चला गया. Meri Beti Ghar Me Chudne Lagi Apne Bhai Se 3.
मैं सोची कुछ करना ले इसलिए मैं भी पीछे पीछ छत पर चली गई बेटा सांप को मार डाला मैं समीर से बोली खिड़की में जाली लगवा दो समीर कोई जवाब नहीं दिया और बिस्तर पर जाकर सो गए मैं भी नीचे आ गई गरिमा को अपने पास बैठाकर बोला तुम्हें शर्म नहीं आती और तुम्हाराा सगा भाई है, गरिमा कुछ समय चूप रहीं मैं बोली अब शर्म आ रही है, गरिमा तुरंत बोल पड़ी हम दोनों बहुत दिनों से प्यार करते हैं समीर मेरे लिए कुछ भी करेंगे मैं बोली तुम इसको प्यार कहते हुए शर्म नहीं आती, गरिमा कैसी शर्म किसी की हत्या नहीं की हुं प्यार करती हूं मैं बोली ओ तुम्हारा भाई है गरिमा कहां लिखा गया है कि भाई के साथ प्यार नहीं करना अच्छा है कहां लिखा गया है कि किसके किसके साथ प्यार करना चाहिए.
जो इंसान खुश रख सके उसी के साथ जीना चाहिए मैं बोली समाज को
क्या मुंह दिखाऊंगा तुम्हें खाने को समाज देता है, जब
भाई काम आ नहीं रहा तब शाम को खाने को रोटी नहीं मिलती थी सब्जी और दाल 15,20 दिन में दो चार बार ही बनती थी तब तुम्हारा समाज
कहा था, मेरे लाख समझाने पर भी गरिमा कोई फर्क
नहीं पड़ रहा था मैं उसके तर्क आगे कुछ जवाब नहीं दे पा रही थी उसके कम उम्र नाा
समझी आ गया मैं विवश थी, अब मैं गरिमा के साथ सो हो रही थी, समीर मुझसे बोलनाा छोड़ दिया था 1 सप्ताह से ऊपर हो गयाा समीर शराब पीना लगा था एक
मैं समीर को अपने पास बुलाई समीर नहीं रुका सीधे छत पर चला गया पीछे पीछे मैं भी
पहुंच गई समीर से बोली बात करो तुम यह सब करके उल्टा मुझ पर गुस्सा कर रहे हों, समीर कुछ नहीं बोल रहा था दारू की बास आ रही थी
मैं समीर से जुड़ी बोली कब तक ऐसा चलेगा मैं तुम्हारी अच्छे से शादी करा दूंगी
बेटा यह गलत है जो हुआ उसे अनजाने में हों गया.
बेटा बोला मुझे शादी नहीं करनी तुम मुझसे बात ना करो मैं जी लूंगा जैसा ठीक है और तुम घर चली जाओ मैं समीर को समझाने की कोशिश कर कर रही थी, समीर बोला मैं तुम्हारा टिकट निकलवाने को कह दिया हूं आज के बाद मैं तुमसे कुछ नहीं कहूंगा गरिमा अगर जाना चाह रही है तो उसको भी लेकर चले जाओ अगर नहीं तो उसकी मर्जी आज से मैं खर्चे नहीं दें दूंगा, मैं समीर से बोली बेटा यह तुम्हारे भविष्य के लिए बोल रही हूं सब ठीक हो जाएगा गरिमा की शादी कर देंगे, समीर बोला तुम जो करना चाहो करो मुझसे कोई मतलब नहीं इतने में गरिमा छत पर आ गई, समीर गरिमा की देखकर आशु निकलने लगे समीर गरिमा समीर को देखकर बोली क्या हुआ, कहां से कुछ नहीं बोल पाए गरिमा मेरे सामने ही समीर से लिपट कर बाल सहलाने लगे और कहने लगी आप रो क्यों रहे हैं मैं हूं दुनिया चाहे जो करें मैं आपका साथ दूंगा, और हमारे रिश्ते के बारे में जब हम बताएंगे तब ही तो कोई जानेगा समीर को हाथ पकड़ कर नीचे ले कर चली गई.
मैं बहुत कशमकश में वही बैठी रही मुझ कुछ समझ में नहीं आ रहा था
, गरिमा समीर से पता नहीं क्यााा बात
रही थी बहुत धीरे-धीरे और दोनों बात कर रहे थे मैं बात करने की कोशिश कर रही थी
लेकिन बात मेरे कानों को सुनाई नहीं दे रहा था सब नॉर्मल रहा समीर और गरिमा नॉर्मल
हो गए थे उनके दिमाग में कुछ ना कुछ प्लान को किया था मैं उनके चेहरे को पढ़ने की
कोशिश कर रही थी वह बड़े खुश दिख रहे थे गरिमा समीर से क्या कहा किया था प्रकाश समीर
इतना चेंज हो गया था, मैं खाना नहीं खाई और सो गई एक बात और
गरिमा भी छत पर ही आकर सो गई समीर नीचे सो गया, सुबह
उठा तो बहुत खुश दिख रहे था और रोज की तरह खाना खाकर ऑफिस चला गया गरिमा बहुत खुश
थी मैं कुछ समझ नहीं पा रही थी कि क्या चल रहा है इनके दिमाग में, गरिमा मुझे भी खाना लाकर देदी मैं खाना खाने के
बाद आराम करने छत पर चली गई लेकिन नींद नहीं आ रही थी.
समीर रोज लगभग 8:00
बजे के बाद आता था लेकिन आज 7:00 बजे ही आ गया गरिमा
को गले लगाया और कुछ सामान दिए और सीधे छत पर चला गया गरिमा आज बहुत खुश दिख रही
है खाना बनाने में लग गई और समीर छत पर ही बैठा था लगभग 9:00 बजे गरिमा मुझे खाना लाकर देदी मैं खाना खाने जा
रहा हूं कहकर चली गई, मैं बोली समीर को खाना लेकर छत पर चली
गई समीर शराब पी रहा था , मुझे देख कर मुस्कुराने लगा मैं बोली
बेटा यह क्या कर रहा है , समीर गोला बहुत टेंशन है इसलिए मुझे
छोड़ दो तुम जाकर खाना खाओ मैं खाना खाने को कहा आने पर भी नहीं हटी समीर अपने
हाथों से तुझे खाना खिलाने लगा, नशे में उसकी
आवाज सही नहीं आ रही थी, आधा खाना लेकर नीचे आ गई और खुद खा लिया, गरिमा से बोला तुम खाई गरिमा बोले मैं दूध रोटी
खा लूंगी आप खा लीजिए मैं बोली समीर को भी खिला दो गरिमा बोले वह खाकर आए हैं.
9:30 बजे थी समीर छत से नीचे आ गया गरिमा गरिमा खाकर किचन साफ करके दरवाजा बंद करके टीवी चालू कर दी, समीर टीवी में छोटी सी चिप लगा दिया और मुझे हल्का हल्का मदहोशी आने लगे थी , बेटी से बोली मुझे अजीब सा लग रहा है गरिमा मुस्कुराते हुए बोली मम्मी कोई बात नहीं है सब ठीक है इतने में समीर टीवी पर सेक्सी पिक्चर लगा दिया, मेरी निगाह टीवी पर चली गई इस महिला को दो पुरुष चोद रहे थे महिला चिल्ला चिल्ला कर आवाज निकाल रही थेी, मैं उठकर ऊपर जाने लगी, यह सोच कर कि समीर और गरिमा दोनों अब मानेंगे नहीं दोनों अपना चूत करना है समीर बहुत शराब पी रखी थी, मेरे उठते ही समीर मुझे पकड़ लिया और मेरे चुचियों को दबाने लगा गरिमा पीछे से बोली मां यह तुम्हारे लिए ही प्रोग्राम चालू किया गया है और तुम क्यों जा रही हो मैं समीर को छुड़ाने की कोशिश करने लगी. “Meri Beti Ghar Me Chudne”
गरिमा पीछे से मेरे साड़ी को उतार दिया, और समीर मेरे ब्लाउज का बटन खींच कर तोड़ दिया
पूरे नशे में मेरी था मैं छुड़ाने की कोशिश कर रही थी लेकिन विवस होकर कुछ नहीं कर
पा रही थी समीर के मजबूत हथेलियों में मुझे जकड़ रखा था वह मेरे चुचियों को पी रहा
था गरिमा मुझे पकड़े हुए थे लगता था मुझे इन लोग कोई दवा खिलाई है जो मुझे अंदर से
उत्तेजना ला रही थी समीर मेरे चुचियों को दबा दबाा कर चूस रहा था गरिमा बोल रही थी
भैया जी आज मम्मीी को सामाजिक बंधन से मुक्त कर दो बस चूत और लन्ड का रिश्ते का
मजा क्या होता बता दो, समीर मेरे चूत में अपने होंठ रख दिए
मेरी चूत में बहुत बड़े बड़े बाल हो गये थे समीर चूत को चाटने लगा मैं विरोध कर
रही थी लेकिन दवा के असर से अंदर से उत्तेजना बहुत चरम पर थी समीर मेरी चूत को
अपनी जीभ से गर्म कर रहा था, मैं असफल
प्रयास कर रही थी क्योंकि एक भारी-भरकम मर्द और एक दूसरे लड़की मेरी बेटी अपनी मां
को अपनी हवस का शिकार बना रहे थे.
उधर टीवी पर सेक्सी मूव चल रही थी लड़का पूरा में हवास में अपनी मां को चूत को चाट रहा था और बेटी चुदाई कराने में सहयोग दे रही थी मैं अब विवश होकर शरीर को ढीला छोड़ दिया पैर भीी ढीला कर दिया अब बेटा मेरे चूत में अपना लन्ड डाल दिया 5 वर्षों से मैं सेक्स नहीं किया मेरा चूत पूरा टाइट था बेटे का लन्ड जाने से दर्द होने लगा लेकिन बेटा पूरी नशे में मेरे चूतड़ों में घुस दिया मैं चिल्ला उठी गरिमा बोली मां की सील टूट गई, समीर मुझे झटके मार मार कर दर्द की परवाह किए बिना चोद रहा था मैं अब बेवस हो गई थी , गरिमा मेरे हाथ को ढीला छोड़ दिया मैं अब शांत हो गई थी घर की इज्ज़त के लिए चिल्ला भी नहीं पाई समीर पूरी तरह नंगी कर दिया था मुझे गरिमा बोली भाई अपने लन्ड को मां के मुंह में डाल कर गरम करों.
मैं अपनी बेटी की बात सुनकर हैरानी में थी यह इतना हरामी कैसे हो गई थी अगर गरिमा नहीं कही होती तो समीर कभी नहीं सोचा होता मुझे चोदने को, समीर अपना लन्ड मेरे मुंह में डालने लगा मैं अपने मुंह को खोली नहीं इतने में गरिमा ने समीर के लंड को अपने मुंह में डाल लिया और चूसने लगी मैं मौका देख कर उठने लगी समीर तुरत मुझे पकड़ लिया और दबा कर लन्ड दूबारा चूत में घुसा दिया और चूचियों को दबाने लगा , झटके मारने लगा और फिर एक बार फिर से चोदने लगा अभी पानी नहीं निकला था, मैं कुछ नहीं कर पाती 10मिनट तक चोदता रहा और झड़ गया मैं खड़ी हो गई और छत पर चली गई, 12 बजे फिर गरिमा आयी ओ चिपक कर सो गई और बोली मम्मी एक दो सप्ताह बाद आदत हो जाती है. मैं उसको धक्के मार कर अलग कर दिया, बोली मां सील टूट गई और ओ भी अपने बेटे के लंड से कितनी खुश नशीब हो तुम. “Meri Beti Ghar Me Chudne”
मैं बोली सरम नहीं आती तुझे बोली शर्म कैसी अब तो तुम मेरी सौतन हो अभी पति देव जी आंतें होंगें मैं बोली तुम करो मुझे अब घर जाना है गरिमा बोली मां की सील टोड कर मां के चूत के रस में खो जाना चाहते हैं , इतने में समीर आ गया और मुस्कुराने लगा कहा जान आज पूरी रात मज़ा दूंगा मैं नीचे जाने लगी समीर मुझे पकड़ कर बाहों में भर लिया गरिमा ने कहा मम्मी क्यों अब भाग रही हो अब तो सील टूट गई मैं छुड़ाने का प्रयास करती रही लेकिन समीर अपनी मजबूत बाहों में जकड़ लिया और मुझे किस करने लगा.
मैं अपने पैर उसको अलग करने की कोशिश करने लगी पहली बार जब मुझे चोदा था तब मैं इनके द्वारा गाय के दवा के असर में कुछ नहीं कर पाई थी लेकिन अब दवा का असर कम हो गया था मैं विरोध कर रही थी बहुत जोर से झटके मार था लेकिन मैं पैरों को मोड़ लेती थी लंड निकल जाता था, गरिमा ने मेरे पैरों को फैला कर पकड़ लिया मैं पूरी तरह हिल भी नहीं पा रही थी समीर मेरे चुचियों पर हाथ रख कर दबा रहा था मम्मी मम्मी मम्मी मान जाओ, मैं भी अपना पानी छोड़ दिया और समीर भी मैं शांत हो गई और बिना कपड़े के ही सो गई समीर उस रात 4 बार चोदा मैं कुछ नहीं कर पाती.