New Sexy Padosan Ki Chudai, Hot Lady Sex, XXX Hindi Kahani, हेल्लो दोस्तों, मेरा नाम अनमोल मेहता है. मैं दिल्ली में रहता हूँ. मैं अपने जीवन को बड़े ही बिंदास तरीके से जीने के लिए जाना जाता हूं, मेरे पिताजी ने ना तो मुझे कभी किसी चीज की परेशानी होने दी थी और ना ही मुझे उन्होंने किसी चीज के लिए कभी रोका था. लेकिन जब से मेरे जीवन में मेहता जी आए तो तब से वह मेरे पिताजी को हमेशा मेरे बारे में कुछ ना कुछ गलत कह कर भडकाते रहते जिससे कि मुझे भी बहुत बुरा लगने लगा था. मेहता की गरम पत्नी की गांड चोद कर मुंह बंद करा दिया उसका.
और मैं किसी भी तरीके से मेहता जी को सबक सिखाना चाहता था लेकिन मैं अकेला था इसलिए मेरे तो दिमाग में कुछ चीजें आ ही नहीं रही थी. परंतु जब मेरा मौसी का लड़का मोंटी मुझसे मिलने आया तो मैंने सोच लिया था कि वह जरूर कोई रास्ता निकाल लेगा. वह मुझसे उम्र में तो छोटा है लेकिन वह बड़ा ही तेज है और उसके पास हर एक बात का जवाब होता है.
जिससे कि मैंने भी उससे यह बात कही कि मैं बहुत परेशानी में हूं, तो उसने तुरंत ही मेरी समस्या का हल कर दिया और समस्या को हमने जड़ से खत्म कर दी. जिसकी वजह से मेहता जी भी अब पिताजी से कुछ नहीं कहते। वह जब भी हमें देखते हैं तो उनकी नजरें झुक जाती हैं मैं तो बहुत ज्यादा खुश हूं.
और शायद मेरी खुशी का ठिकाना भी नहीं है क्योंकि जिस प्रकार से मेहता जी ने मेरे नाक में दम किया हुआ था. हम लोगों ने भी उनकी नाक में दम कर दिया. उन्हें भी एहसास हो गया था कि मेरे साथ उन्होंने गलत दुश्मनी मोल ले ली है और इसका खामियाजा उन्हें भुगतना भी पड़ा। मैं और मोंटी तो उनकी पत्नी की गांड मारकर बहुत ज्यादा खुश थे।
मैंने अपने जीवन में कभी भी तंगी नहीं देखी और ना हीं मेरे पिताजी ने कभी हमें किसी चीज की कमी होने दी. मेरे पिताजी ने अपने जीवन में बहुत मेहनत की उन्होंने बहुत संपत्ति और बहुत पैसा जोड़ लिया. जिससे कि हमारी हर एक जरूरत आसानी से पूरी हो जाया करती लेकिन जब मैंने तकलीफ देखी ही नहीं थी तो मैं किसी की तकलीफ कैसे समझ सकता था।
हम लोग जिस कॉलोनी में रहते हैं वहां पर सबसे बड़ा घर हमारा ही है. मेरे पिताजी की सब लोग बहुत ही इज्जत करते हैं यदि कभी किसी को कोई भी जरूरत होती तो वह हमारे घर पर ही आ जाता.
मैं तो सिर्फ अपनी ही दुनिया में खोया रहता, मैंने अपने पिताजी से एक नई कार गिफ्ट में मांगी तो उन्होंने मुझे नई कार दे दी. और जब उन्होंने वह कार मुझे दी तो मैं अपने दोस्तों को अपने साथ घुमाने के लिए ले गया. हम लोग उस दिन चंडीगढ चले गए, जब हम लोग चंडीगढ़ पहुंचे तो मैंने अपने पापा को फोन पर बता दिया कि हम लोग चंडीगढ़ पहुंच चुके हैं. और दो-तीन दिन बाद मैं वहां से लौट आऊंगा।
चंडीगढ़ में तो हम लोग पूरी अय्याशी कर रहे थे और मेरे काफी पैसे भी खर्च हो चुके थे. मैं जब घर पर लौटा तो मैंने देखा हमारे घर पर हमारे पड़ोस के मेहता जी बैठे हुए हैं. मेहता जी मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं थे क्योंकि वह हमेशा मेरे पापा से मेरे बारे में कुछ न कुछ गलत कहते थे.
मेहता जी को हमारी कॉलोनी में आए हुए कुछ ही समय हुआ था, लेकिन उनका व्यवहार मुझे बिल्कुल पसंद नहीं था. और मैं कई बार अपने पापा से कह देता कि मुझे तो वह व्यक्ति बिल्कुल भी पसंद नहीं है. मेरे पापा कहते कि बेटा मेहता जी एक बहुत ही सच्चे और अच्छे व्यक्ति हैं वह जो भी कहते हैं सिर्फ तुम्हारी भलाई के लिए ही कहते हैं.
तुम उनकी बातों को अपने दिल पर ना लिया करो, बेशक तुम्हें उनकी बात बुरी लगती होगी लेकिन वह कुछ भी गलत नहीं कहते। मेरे पापा हमेशा ही मेहता जी की तरफदारी करते रहते हैं इसलिए मुझे उनके सामने मेहता जी की बात करना भी अच्छा नहीं लगता था. वह जब भी हमारे घर आते तो मैं चुपचाप अपने कमरे में चला जाता और उनसे मैं कुछ भी बात नहीं करता. मेहता जी जब भी मुझे देखते तो मुझे उन्हें देखकर बिलकुल अच्छा नहीं लगता।
एक दिन उन्होंने मुझे एक लड़की के साथ देख लिया, मुझे तो पता चल चुका था कि अब इन्होंने मेरे बारे में जरूर गलत सोच लिया होगा. वह लड़की मेरी दोस्त थी, यह बात मेहता जी ने मेरे घर पर मेरे पापा को बता दी. मैंने पापा से कहा कि मेहता जी को क्या मुझसे कोई तकलीफ है जो वह हर बार आपको बता देते हैं.
वह कहने लगे बेटा मैंने तो तुमसे कुछ भी नहीं कहा मुझे तो तुमसे कोई तकलीफ नहीं है, जहां पर मुझे लगेगा कि तुम गलत हो वहां पर मैं जरूर तुम्हें जरूर बोलूंगा। मुझे अब मेहता जी से बहुत नफरत होने लगी थी मैं उनसे इस बात का बदला जरूर लेना चाहता था, लेकिन मुझे समझ नहीं आ रहा था कि आखिरकार मैं उनसे कैसे बदला लूं।
एक दिन मेरी मौसी का लड़का भी हमारे घर पर आ गया उसकी उम्र मुझसे दो वर्ष कम है. लेकिन वह भी बहुत शरारती है हम दोनों के बीच बहुत अच्छी बॉन्डिंग हैं और हम दोनों अच्छे दोस्त भी हैं. वह जब हमारे घर पर आया तो मैंने उससे कहा तुम काफी समय बाद हमारे घर पर आ रहे हो.
तो वह कहने लगा मैं तो आना चाहता हूं लेकिन मम्मी ही मुझे आने नहीं देती, मम्मी कहती है कि तुम और अनमोल कुछ ना कुछ गुल जरूर खिलाओगे इसलिए तुम वहां मत जाया करो। मैंने मोंटी से कहा मोंटी तुम्हें क्या मौसी इस वजह से नहीं आने देती? वह कहने लगा हां वह मुझे इसी वजह से नही आने देती।
मैंने मोंटी से कहा कि चलो मैं तुम्हें अपनी नई कार में आज शहर घुमाता हूं. मैं जब मोंटी को लेकर अपनी कॉलोनी के गेट से बाहर निकल रहा था तभी मुझे मेहता जी दिखाई दिए. मेहता जी को देखते ही मैंने मोंटी से कहा उन्होंने तो मुझे बहुत परेशान किया हुआ है यह हमेशा हर बात मेरे पापा को बता देते हैं.
मोंटी कहने लगा चलो कोई बात नहीं हम इस बारे में रात को बात करेंगे. हम लोगों ने उस दिन बहुत एंजॉय किया और जब शाम को हम लोग लौट आए. तो मोंटी कहने लगा आप मुझसे कुछ कह रहे थे, मैंने मोंटी से कहा कि मेहता जी ने तो मेरे नाक में दम कर रखा है वह हमेशा ही घर में पापा को मेरी सब बात बता दिया करते हैं। “मेहता की गरम पत्नी”
मोंटी कहने लगा कोई बात नहीं तुम चिंता मत करो. मोंटी ने मेहता जी के घर की सारी जानकारी ले ली उनके घर में उनकी पत्नी रहती हैं। उनकी पत्नी के बारे में जब मुझे मोंटी ने बताया तो मैं सुनकर दंग रह गया. वह कहने लगा उनकी पत्नी का चरित्र बिल्कुल ठीक नहीं है उनके ना जाने किन-किन लोगों से संबंध है, मोंटी ने मुझे मेहता जी की पत्नी का नंबर भी दे दिया था।
मैं मेहता जी की पत्नी के नंबर पर फोन किया करता लेकिन वह पहले तो मुझसे बात नहीं किया करती थी, परंतु धीरे-धीरे मुझसे वह बात करने लगी। एक दिन उन्होने पूछा आखिरकार तुम रहते कहां हो मैंने उस दिन उन्हें अपनी सारी असलियत बता दी। उन्होंने मुझे कहा जब मेरे पति घर में नहीं होंगे तो तब तुम घर पर आ जाना।
मैंने उनसे कहा लेकिन मेरा एक छोटा भाई भी है वह कहने लगी तुम उसे भी लेकर आ जाना। मोंटी और मैं मेहता जी के घर पर एक दिन चले गए उस दिन मेहता जी कहीं गए हुए थे उनकी पत्नी ने हम दोनों को देखा तो वह कहने लगी, तुम तो उम्र में बहुत छोटे हो मैंने तो बहुत ही तजुर्बे दार लोगों के साथ सेक्स किया है। मैंने उन्हें कहा मैं आपको पैसे दे दूंगा आप चिंता मत कीजिए।
वह कहने लगी मैं पैसे की भूखी नहीं हूं मुझे तो सिर्फ अपनी इच्छा पूरी करनी होती है, उन्होंने हम दोनों को अपने रुम में बुला लिया। उन्होने हमारे सामने अपने ब्लाउज और अपनी साड़ी को उतार दिया उनकी बड़ी ब्रा देखकर मैं तो उनके स्तनों को देखे जा रहा था।
जब उन्होंने अपने बड़े स्तनों को हमारे सामने दिखाया तो मैंने उनके स्तनों को चूमना शुरू कर दिया और मोंटी उनकी चूत के मजे ले रहा था। मोंटी ने उनकी चूत को बड़े अच्छे से चाटा जब मैं उनकी चूत के मजे ले रहा था. तो मोंटी यह सब देखे जा रहा था लेकिन मुझे तो उनकी गांड बहुत पसंद आ रही थी। “मेहता की गरम पत्नी”
मोंटी ने भी उनकी चूत बड़े अच्छे से मारी मुझे उनकी गांड मारनी थी. मैंने जब उनकी गांड के अंदर अपने लंड को डाला तो उन्हें भी अच्छा लगने लगा वह कहने लगी तुम्हारा लंड तो बहुत मोटे हैं। मैं उनकी गांड में लंड तेजी से डाले जा रहा था उनकी गांड मारने में बहुत आनंद आ रहा था. उनके साथ मैंने बहुत देर तक सेक्स किया। मोंटी ने भी उसके बाद उनकी गांड मारी हम दोनों बहुत खुश थे जाते वक्त मेहता जी की पत्नी कहने लगी तुम कभी भी मुझसे मिलने आ जाया करो।
हम लोग उसके बाद उनसे मिलने के लिए चले जाया करते यह बात मेहता जी को बिल्कुल पसंद नहीं थी. लेकिन मेहता जी को भी मुझे चिढ़ाने का मौका मिल गया था। मोंटी तो अपने घर चला गया था. परंतु उसके बाद में मेहता जी कि पत्नी के साथ हमेशा सेक्स किया करता मुझे उन्हें चोदने में बड़ा मजा आया करता.
एक दिन तो उन्होंने हम दोनों को सेक्स करते हुए देख लिया, लेकिन उनकी अपनी पत्नी को देखकर गांड फटती थी इसलिए उन्होंने मुझे कुछ भी नहीं कहा। उस दिन के बाद उन्होंने मेरे पिताजी से मेरे बारे में कहना बंद कर दिया उन्होंने मेरे पिताजी से कभी भी कुछ नहीं कहा।
मेहता जी की पत्नी की गांड जब भी मैं देखता तो मेरे अंदर एक अलग ही जोश पैदा हो जाता उनकी गांड मारने की इच्छा मेरी हमेशा रहती। वह भी मुझसे बहुत प्रभावित थी वह मुझे अपने घर पर बुला लिया करती। मोंटी जब भी मुझसे मिलने आता तो हमेशा मेहता जी की पत्नी के बारे में जरूर पूछा करता। मैं उसे कहता मैं तो उनके पास जाता रहता हूं और उन्हें चोदकर आता हूं जब मेरा मन उनकी गांड मारने का करता तो मैं उनकी गांड मारता हूं। मोंटी और मै फोन पर मेहता जी की पत्नी की गांड देखकर मुठ भी मारते।