गोवा के होटल में ग्रुप सेक्स का मजा

हेलो मेरा नाम प्राश है, किसी हॉट भाभी या आंटी को वासना की नज़र से देखा है? अगर हा तो आप भी मेरे ही केटेगरी ही लोग हो, ये कहानी बहुत हॉट कहानी है, ध्यान से पढ़ियेगा आपको मज़ा आएगा। मेरी कहानी पसंद आई तो फीडबैक ज़रूर देना, इंस्टाग्राम – praash.patil, ईमेल – [email protected]. Aunty Double Penetration Sex(मेरे बारे में बता देता हूँ -मेरा नाम प्राश (बदला हुआ नाम) है, मेरा रंग गोरा, मैं २५ साल का हूँ, रोज़ जिम जाता हूँ, मेरी हाइट ६ फीट है और मेरा लंड ७ इंच का है।) मैं एक बार छुट्टी मिलने पर मेरे चाचा के यहाँ औरंगाबाद गया (औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर हो गया है), में अक्सर वहाँ जाता रहता हूँ, वहाँ मैं माल्स में अक्सर शॉपिंग करता हूँ.

मैंने वहाँ की एक दुकान से मोबाइल ख़रीदा और मुझे उस पर एक कंपनी के रिसॉर्ट्स में १० दिन फ्री रहने मिलने वाला था थे, ज़्यादा भीड़ भाड़ वाले जगह मुझे पसंद नहीं है, तो मैंने गोवा और महाराष्ट्र के बॉर्डर वाला बीच रिसोर्ट चुन लिया, मैंने वहाँ के फोटो गूगल पे देखें काफ़ी सुंदर जगह थी वो, तो मैंने जाने की पूरी तैयारी करलीं.

अगले हफ़्ते, मैं वहाँ गया, देखा वो रिसोर्ट सुंदर लग रहा था, वहाँ कमरे से बीच व्यू दिखता था, वहाँ २५-३० कमरे थे, ३ मजले वाली बिल्डिंग थी, मैं थोड़ासा थका हुआ था तो जाते ही कमरे में सो गया, वैसे उनका कमरा काफ़ी शानदार था, और वो काफ़ी अमीरो वाला भी लग रहा था, एकदम पॉश, AC, टीवी, डबल बेड वगेरा.

मैं २-३ घंटे सोया तब तक शाम हो चुकी थी, तो मैं खाने के लिए, नीचे रेस्टोरेंट में गया वहाँ खाने का ऑर्डर दिया और वहाँ राह देखने लगा, मैंने देखा रेस्टोरेंट में २-३ टेबल पे लोग थे, १ टेबल पे एक शादीशुदा कपल बैठा था, उनकी साइड में एक और कपल बैठा था.

और उनके थोड़ा पीछे एक फ़ैमिली आयी थी ५-६ लोग थे, एक आदमी, उसका भाई उन दोनों की बीवियाँ और उसकी माँ और बाप। मुझे लगा यह सिर्फ़ कपल आये होंगे तो बड़ी फ़ैमिली को देख के थोड़ा चौक गया। मैं फ़ैमिली की तरफ़ देखने लगा क्यूकी उनमेसे एक औरत काफ़ी हॉट लग रही थी, शायद वो उस फ़ैमिली की बड़ी वाली बहू थी।

(ये याद रखना कहानी में आगे ज़िक्र आएगा) मैं उसकी तरफ़ देखने लगा, उसने मुझे देखा लेकिन अपनी नज़र हटा ली, मेरा खाना आया तो मैं खाना खाने लगा वैसे मुझे यहाँ काफ़ी अकेला महसूस हो रहा था। मैंने खाना ख़त्म किया और इधर उधर घूमने लगा.

वहाँ अछा ख़ासा स्विमिंग पूल था, बार था, लोग बोन फायर भी कर रहे थे, आसपास समुंदर था, मैं आधा घंटा इधर उधर घुमा और फिर बार में आ गया, मुझे कुछ पीना था, मैं अंदर गया तो देखा अंदर काफ़ी लोग थे, वहाँ एक बड़ी हॉट सी औरत (आंटी) बैठी हुई थी अकेली, मैं अपना ड्रिंक लेके उनके बाजू में जाके बैठा और ड्रिंक पीने लगा.

वो क़रीब ४०-४५ साल की थी, गोरी थी,काला ड्रेस पहना हुआ था, और कमाल का फिगर था थोड़ी मोटी सी थी , (३८-३४-४२ ) उनकी गाँड़ बहुत बड़ी और खूबसूरत थी, मैंने बात करने की शुरुआत की, हमारा आपस में परिचय हुआ, इधर उधर की बारे हुई फिर मैंने उनके लिए ड्रिंक मँगवायी और अब खुलके बात करने लगा.

रेखा आंटी – तो तुम यहाँ अकेले क्यों आए? किसी को साथ लेके आते गर्लफ्रेंड वगेरा.

मैं – नहीं आंटी, मैं अभी Single हूँ.

रेखा आंटी – तुम हैंडसम हो, तुम्हारी गर्लफ़्रेंड क्यों नहीं है.

मैं – कोई आप जैसी मिली ही नहीं (मैं आंटी से फ़्लर्ट करने लगा).

रेखा आंटी – (मुस्कुराते हुए) तुम भी ना.

उतने में पीछे से एक अंकल आये और आंटी के साथ बात करने लगे, मुझे पता चला कि आंटी अपने पति के साथ आयी है ५ दिन के लिये, मैं थोड़ा मायूस हो गया. अंकल के साथ मैंने थोड़ी बात की और फिर वो जाने लगे.

रेखा आंटी – यही हो अब १० दिन, तो कल मिलते हैं.

अपनी गाँड़ हिलाते हिलाते जाने लगी, मैं उनकी हिलती हुई गाँड़ को ही देख रहा था कि उन्होंने पलट के देखा और मुस्कुराते जाने लगी, अब मै बस उनकी बड़ी सी हॉट सेक्सी गाँड़ के बारे में सोचने लगा, वहाँ एक ड्रिंक पी मैंने और रूम में आके टीवी देख के सो गया।

अगले दिन मैंने ऊपर ही ब्रेकफास्ट किया और आसपास घूमने निकला, आसपास समुंदर के अलावा कुछ ख़ास नहीं था, थोड़ा घुमा और वापस आ गया, स्विमिंग पूल की तरफ़ आया तो देखा बहुत सारे लोग थे, लेकिन ख़ास कर कल रात देखा था वो रेखा आंटी वहाँ पे थी तो मैं फटाफट कपड़े बदल कर स्विमिंग करने उतरा, आंटी की तरफ़ देख के मुस्कुराया तो वो भी मुस्कुरायी.

आंटी क्या ग़ज़ब लग रही थी उस स्विमिंग कॉस्ट्यूम में, पूरी भीगी हुई थी और टीपी कपड़े बदन पे चिपके हुए थे, किसी भी मर्द का लंड खड़ा हो जाए उन्हें देख के, मेरा लंड एकदम खड़ा हो गया और वो उनको दिखे ना इसलिए मैं पानी में कूद गया, मैं आंटी के पास आया.

मैं – हेलो आंटी, आप बहुत अच्छी लग रही है.

रेखा आंटी – (मुस्कुराके) थैंक यू.

अंकल आंटी के लिए जूस लेके आये, अब स्विमिंग पूल में, मैं और आंटी थे एक दूसरे की बग़ल में, अंकल ऊपर से ही बाते करने लगे (उनको स्विमिंग नहीं आती थी), फिर कुछ देर हमारी इधर उधर की बारे चली. अब आंटी एकदम बग़ल में थी तो आंटी के बड़े चूचे देख के मेरा लंड खड़ा हो गया. मेरा खड़ा लंड पानी में आंटी की गाँड़ से टकराने लगा तो मैं थोड़ा बग़ल में जाने लगा.

रेखा आंटी – अरे प्राश कहा जा रहे हो रुको थोड़ा.

अब मुझे रुकना पड़ा, अब मेरा लंड आंटी की गाँड़ पे लगने लगा और आंटी की गाँड़ मेरे लंड को पानी में रगड़ने लगी.

मैं – (मैं हिचकिचाता हुआ बोला) हा आंटी बोलिये ना.

रेखा आंटी – अकेले तुम बोर हो रहे होंगे ना तो दोपहर में हमारे कमरे में आओ ना, हम मूवी देखते है साथ में.

मैं – हा आंटी लेकिन आपको तकलीफ़ होगी ना.

अंकल – अरे नहीं बेटा, ऐसी कोई बात नहीं है, तुम आओ.

इतना कहने के बाद आंटी पूल से निकली और अंकल के साथ चली गई. उनका कमरा दूसरे फ़्लोर पे था, तो मैं दोपहर में वहाँ गया, वहाँ हमने आधे घंटे तक बाते की. फिर हम मूवी देखने लगे, मूवी ख़त्म हो गई, शाम हो गयी और अंकल सो रहे थे.

मैं – आंटी अंकल तो सो रहे है, चलिए ना हम नीचे चलते हैं.

रेखा आंटी – ये भी ना, यह आके ही इनको बस सोना ही है, चलो.

फिर मैं और आंटी नीचे आ गये, रेस्टोरेंट में हमने ऑर्डर दिया और बाते करने लगे, थोड़ी देर बाद खाना आया और हम खाने के बाद वही रिसोर्ट के बाहर सेर पे निकले, आंटी अपना फ़ोन लाना भूल गई थी, हम बाते करते करते चलने लगे.

रेखा आंटी – सच कहूँ, तो तुमसे बात करके मुझे अछा लगा, तुम्हारी कंपनी में मज़ा आया.

मैं – (हसते हुए) नहीं आंटी, आपके साथ घूमके मुझे अछा लग रहा है, मैंने बहुत दिनों से इतनी ख़ूबसूरत औरत से बात नहीं की थी. (अब मैं आंटी से फ़्लर्टिंग करने लगा.)

रेखा आंटी – क्या मैं सच में तुम्हें खूबसूरत लगती हूँ, तुम्हारे अंकल तो मुझपे ध्यान ही नहीं देते.

मैं – अरे आंटी, सच में मैंने आज तक आपसे खूबसूरत (मन में सेक्सी माल) औरत कभी नहीं देखी, अंकल काफ़ी लकी है कि आप उनको मिली.

रेखा आंटी – अछा बाबा मान लिया, चलो अब हम काफ़ी दूर आ गए है.

थोड़ा अंधेरा हो गया था इसलिए अब आंटी ने मेरा हाथ पकड़ लिया. मेरा हाथ उनके चूचो को टच हो रहा था, मेरे मन में लड्डू फूटने लगे, और मेरा लंड खड़ा हो गया. आंटी ने वो देख लिया लेकिन फिर भी मेरा हाथ नहीं छोड़ा. हम रात को रास्ते से आराम आराम से रिसोर्ट तक पोहोचे. रिसोर्ट के बाहर मैंने आण्टी से पूछा-

मैं – क्या अंकल जी आपका ख़याल नहीं रखते?

आंटी ने कुछ कहा नहीं बस उदास चेहरा किया. मैंने आंटी के कंधों पर दोनों हाथ रखे और कहा “आंटी मैं हूँ ना.” और आंटी को किस करने लगा, पहले आंटी थोड़ी सी हिचकिचायी लेकिन मेरा साथ देने लगी. क़रीब ५ की लंबी किसिंग के बाद मैं और कुछ करता इससे पहले आंटी को ढूँढते अंकल आये और वो उनके साथ चली गयी, मैं भी रूम में आके सो गया.

अगले दिन स्विमिंग पूल में पहले गया, थोड़ी देर बाद आंटी भी वहाँ आयी, अंकल कही आसपास नज़र नहीं आ रहे थे. मैं उनके पास गया, और उनको लेके पानी में उतरा, हम दोनों एक कोने में गये और मैंने पानी में आंटी की चूत को सहलाना शुरू किया.

रेखा आंटी – ummmmm ummmmmmm कोई देख लेगा ना.

मैं – आंटी इसीलिए तो हम पूल की इस तरफ़ आये है, यहाँ कोई नहीं होता.

मैंने आंटी की चूत में उँगली अंदर बाहर करना चालू किया.

आंटी – आह आहह्ह, आईआईईई.

मैंने ५ मिनट बाद ये सब बंद किया और अपना लंड बाहर निकालनें ही वाला था कि अंकल वहाँ आ गये. आंटी ने जल्दी जल्दी अपनी पैंटी पहनी पानी में ही.

अंकल – अरे मैं तुम्हें कबसे ढूँढ रहा हूँ, और तुम यहाँ हो प्राश के साथ.

आंटी – हा वो प्राश मुझे स्विमिंग की नये तरीक़े सिखा रहा था.

मैं – हा अंकल, आंटी को बोहोत मज़ा भी आ रहा था. (ये सुनते ही आंटी मेरी तरफ़ देख के हँसने लगी.)

मैं – कल मैं आपके यहाँ आया था, आज आप मेरे कमरे में आओ, हम कोई अच्छी मूवी देखेंगे.

दोनों ने हा कहा और कही चले गये, अब मैं कमरे में जाके इंतज़ार करने लगा, लेकिन सिर्फ़ अंकल आये और कहने लगे, बेटा आंटी को नींद आ रही थी तो वो नहीं आयी. मैं मायूस हो गया लेकिन अब कर भी क्या सकते थे, मूवी चालू होते ही मैंने बहाना किया कि अंकल आप मूवी देखो मुझे कुछ ज़रूरी काम है. “Aunty Double Penetration Sex”

अंकल उधर मूवी देखने लगे और मैं उनके कमरे में चला आया. दरवाज़ा आंटी ने खोला, उन्होंने कपड़ों के नाम पे बस टावल लपेटा हुआ था. मैंने सीधा जाके उनका टावल निकाला, और उनके चूचे चूसने लगा, क्या ग़ज़ब बूब्स थे आंटी के, बड़े बड़े और गोरे रसीले बूब्स, मैंने ५-७ मिनट बाद अपने कपड़े निकाले, बस अंडरवियर में ही था. आंटी मेरे पास आयी और मेरी अंडरवियर निकाली और चौक गई.

रेखा आंटी – तेरे पास तो ७ इंच का लंड है, मैंने इतना बड़ा लंड पहले कभी नहीं देखा, इनका तो बस साड़े ३ इंच का लंड है और वो भी ठीक से चोदते नहीं.

मैंने आंटी को घुटनों पे बिठाया और मेरा लंड आंटी के मुँह में दे दिया.

आंटी – sluuurppp slurrrpppp aaaa aaaa.

५ मिनट बाद मैंने आंटी की चूत चाटना चालू किया ५ मिन तक.

आंटी – aaaahhh ahhh अब रहा नहीं जाता ahhhh.

मैंने आंटी को उनके बेड पे लिटाया, और उनके ऊपर चढ़ गया और अपना ७ इंच का लंड आंटी की चूत में डाल दिया. आंटी ने इतना बड़ा लंड पहले कभी नहीं लिया था, तो वो पहले झटके में ही चिल्लाने लगी.

रेखा आंटी – aaaaaahhhhh aaaaeeeee मर गई रे, धीरे धीरे करो.

मैंने आराम से झटके लगाना चालू किया. २-३ मिनट बाद मैंने अपने झटके बढ़ा दिये.

रेखा आंटी – aaaaahhhhh aaahh aaaaaiiii aaaahhhh, मैंने ऐसी चुदाई कभी नहीं की aaaaa.

५ मिनट तक मैंने आंटी पे झटके पे झटके लगाये और वो चिल्लाती रही. अब मैंने पोजीशन चेंज कर ली, ख़ुद बेड पे नीचे लेट गया और आंटी को मेरे लंड पे बिठाया. अब आंटी मेरे लंड पे उछाल कूद करने लगी Aaaahhhhh aaaahhhh aaahhhh ahhhhhh. ४-५ मिनट बाद आंटी थक गई तो मैंने बेड के एक साइड वाले हिस्से पे आंटी को लिटाया, और उनके पैर ज़मीन पे, मैं खड़ा होके आंटी की चूत चोदने लगा. अब आंटी को भी मज़ा आ रहा था.

रेखा आंटी – aaaaahhhhh aaaaahhhh प्राश, और चोदो मुझे.

अब हम दोनों के सर पे चुदाई सवार हो गयी. मैंने आंटी को धक्के लगाये और पूरी रूम में बस आंटी चिल्लाए जा रही थी Aaaaahhh aahhhhh ahhahhhh aaaahhhhhh प्राश मुझे और चोदो. क़रीब १० मिनट बाद आंटी झड़ गयी, हम थोड़ा रुके और फिर से चुदाई करने लगे. “Aunty Double Penetration Sex”

इस बार मैं आंटी को खड़े खड़े चोद रहा था और वो भी बस चुदाई का मज़ा ले रही थी आह आह आह आह, उम्मम उम्म आह आई. इतने में आंटी २ बार झड़ गई. ऐसे हमने १२-१३ मिनट तक चुदाई की अब मैं झड़ने वाला था तो मैंने अपना लंड बाहर निकाला.

और आंटी के मुँह पे सारा रस डाल दिया, आंटी ने वो रस पी लिया. फिर मुझे नहाना था तो मैं बाथरूम में जाके शावर लेने लगा, मुझे शरारत सूझी तो मैं आंटी को भी शावर में ले आया, हमने एक साथ नहाया और जाने लगा.

रेखा आंटी – जल्दी जा, कही मेरा पति नहीं आ जाये यहाँ पे.

मैं – हा जाता हूँ पहले ये तो कर लू.

मैंने आंटी को किस किया, पीछे से उनकी गाँड़ दबायी और अपने कमरे में चला आया.

अंकल – अरे कहा रह गये थे, मूवी ख़त्म हो गई।

मैं – हा अंकल वो जरा काम था तो देर लग गई.

अंकल – चलो कोई बात नहीं, अब मैं चलता हूँ, रेखा मेरी राह देख रही होगी.

और फिर वो चले गये मैंने रूम में ही खाना मँगवाया और खाते ही सो गया। अगले दिन, मैं उठा, नाश्ता लेने नीचे गया, जाते जाते आंटी की कमरे की तरफ़ गया वहाँ कोई नहीं था, मुझे लगा बाहर होंगे, लेकिन मुझे कही दिखे नहीं, मैंने नाश्ता किया और वही टाइमपास करने बैठा. “Aunty Double Penetration Sex”

कोई था नहीं वहाँ, एक शादी शुदा कपल बैठा था, और कोई था नहीं मैं बोर होने लगा, मैं आंटी का नंबर लेना भी भूल गया था, तो मैं उनको ढूँढने लगा, मुझे वो दूर से गेट की तरफ़ जाते दिखे तो मैं भाग भाग के उनके पास गया तो पता चला उनको काम है बाहर, तो उन्होंने एक कार मँगवायी है और वो इंतज़ार कर रहे है. थोड़ी देर में वहाँ कार आयी, अंकल बैठे और दूसरे साइड रेखा आंटी बैठने वाली थी मैं उनके पीछे गया और उनकी गाँड़ पे हाथ फेरने लगा.

अंकल – रेखा चलो बैठो ना कितनी देर.

आंटी अंदर बैठ गयी और वो बाय बोलके चले गये. मुझे पूरा दिन यहाँ निकालना था, ना आंटी थी ना कोई और, मैं स्विमिंग पूल गया वहाँ पे (मैंने कहानी की शुरुआत में बताया था ना की घर की बड़ी बहू) वो बैठी थी और उसका पति भी वहाँ बैठा था.

मैं उनको दूर से लाइन मारने लगा, वो भी मुझे ही देख रही थी और वो मुस्कुरायी, लेकिन मैं कुछ कर नहीं सकता था उसके पति के होते, १०-१५ मिनट बाद वो दोनों मेरे पास आए, अपना परिचय दिया, (उसका नाम सोनाली था और उसके पति ना नाम वरुण था.)(सोनाली के बारे में बता देता हूँ, बहुत हॉट लग रही थी, ३० के आसपास उम्र थी उसकी, ३६-२८-३८ का फिगर, चेहरे से चुदक्कड़, गोरा रंग था, उसके चूचे बड़े रसीले लग रहे थे, कोई भी देखके बस चुदाई के बारे में सोचे.)

वो इधर उधर की बाते करने लगे, मुझे समझ नहीं आ रहा था कि हो क्या रहा है, उन्होंने कहा कि उनका बाक़ी का परिवार घर वापस चला गया है,फिर उन्होंने मुझे ठीक से बताया की वो मुझसे क्या चाहते है. “Aunty Double Penetration Sex”

विवेक – हम यहाँ ग्रुप सेक्स करने आये है, मेरी बीवी को आप पसंद आये इसलिए हम आपके पास आये है, तो क्या आप ग्रुप सेक्स के लिए रेडी है, बस एक शर्त है.

मैंने पूछा-

मैं –शर्त क्या है?

विवेक – अगर आपके साथ कोई आपका पार्टनर हो, जैसे की गर्लफ्रेंड वगेरा तो ही बस ग्रुप सेक्स हो सकता है। (मुझे उस सोनाली भाभी को चोदना तो था ही.)

मैं – मैंने हाँ बोल दिया.

अब मुझे आंटी को मनाना था इसके लिये तो मैं अपने रूम में जाके इंतज़ार करने लगा. रात को मैं आंटी के रूम में गया तो देखा आंटी और अंकल वहाँ आये हुए है, तो अंकल के सामने मैंने आंटी से कहा चलिए ना बाहर टहल के आते है, अंकल दिन में काम करके थक गये थे तो आंटी मेरे साथ आयी. हम रिसोर्ट के बाहर थोड़ी सैर करने निकले. मैंने आंटी को ग्रुप सेक्स के बारे में बताया, आंटी ने मना कर दिया.

रेखा आंटी – नहीं, मेरे पति को पता चल गया तो, नहीं नहीं ये सब मैं नहीं कर सकती.

मैं – अरे आंटी आप अकेली नहीं है, वो और उसकी बीवी भी तो है और मैं आपके पति को पता नहीं चलने दूँगा आप बस मेरा साथ दीजिए.

रेखा आंटी – मैंने पहले ऐसा कभी किया नहीं है ये मेरे लिये बहुत मुश्किल है.

मैं – चलिए ना आप, बहुत सारी चीज़े पहली बार ही होती है.

रेखा आंटी – पक्का ना किसी को पता नहीं चलेगा ना.

मैं – नहीं आंटी कभी नहीं.

रेखा आंटी – अछा ठीक है, अभी यह से चलो मैं बोहोत थक गई हूँ.

जाते जाते मैंने आंटी को अपनी बाहों में लिया और फ़्रेंच स्टाइल में आंटी को १० मिनट किसिंग की, और उनकी गाँड़ को ज़ोर से दबाया वही वॉचमैन के सामने आंटी की चीख निकली aaahh मैं हँसने लगा और वहाँ से निकल के सोनाली और वरुण को कॉल लगाके’ हाँ ‘बोला। “Aunty Double Penetration Sex”

उन्होंने कहा कल दोपहर या रात को तुम दोनों हमारे कमरे में आ जाओ अगले दिन सुबह मैंने आंटी को बुलाया, अंकल भी साथ में आ गये. जब थोड़ी देर के लिए अंकल वहाँ से बाहर गये तो हमारी ग्रुप सेक्स के बारे मे बाते हुई.

मैं – आंटी आप अंकल को छोड़ के कैसे आ पाएगी.

रेखा आंटी – तुम उसका टेंशन मत लो, मैं कुछ बहाना करके आ जाऊँगी.

इतने में अंकल आये, हम तीनों ने साथ में नाश्ता किया और चले गये। दोपहर में मैंने वरुण को कॉल किया तो उसने अपना रूम नंबर बताया १७, परेशानी की बात ये थी की आंटी के रूम का नंबर १६ था मतलब उन दोनों का रूम एकदम बग़ल में था.

मैंने आंटी को ये सब बताया, आंटी ने फिर भी हा कहा. दोपहर में, मैं उनके रूम में गया, सोनाली ने काले रंग का नाईट गाउन पहना था, जिस्म सब आर पार दिख रहा था, और विवेक उसकी बग़ल मैं बैठा था. वहाँ मैं आंटी का इंतज़ार करने लगा, १०-१५ मिनट बाद आंटी आयी, चटकीली लाल लिपस्टिक पहनी थी, और काले रंग का मॉडर्न ड्रेस पहना हुआ था.

हम ने कुछ बाते की, परिचय हुआ एक दूसरे के साथ, सोनाली ने हमे ड्रिंक दिये, सबने साथ में ड्रिंक की और नाचनेवाले गाने लगाये. वरुण रेखा आंटी का हाथ पकड़के नाचने लेके गया, और सोनाली मेरे पास आयी और ज़बरदस्ती नाचने के लिये लेके गई.

अब हम चारों एक दूसरे के साथ नाचने लगे, सोनाली मेरे सामने नाच रही थी उसने मेरा हाथ पकड़ा और उसकी कमर पे रखा, उसकी गाँड़ मेरे लंड पे रगड़ने लगी, मैंने देखा वरुण भी रेखा आंटी के ऊपर इधर उधर हाथ फेरने लगा, अब मुझसे रहा नहीं गया.

मैंने अपने कपड़े उतारे और अपना लंड बाहर निकाला, और सोनाली को नीचे घुटनों पर बिठाया और उसके मुँह में लण्ड दे दिया, वो sluuurrpppp sluurrppp करके चूसने लगी, उधर वरुण आंटी की चूत चाटने लगा, ५ मिन बाद मैंने अपने हाथ पे थूक लगायी और सोनाली की चूत सहलाने लगा वो ummm ummm ऐसी आवाज़ निकालने लगी, उसकी चूत गीली हो गई तो मैंने अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया. “Aunty Double Penetration Sex”

सोनाली – aaaahhhhhh aaaaahhhhh आराम से करो ना.

मैं आराम से करने लगा, उधर विवेक का लंड आंटी चूस रही थी, थोड़ी देर बाद उसने आंटी को लिटाया और अपने ७ इंच के लंड से आँटी को चोदने लगा, आंटी भी aaaahhhhh aaahahhhh aahhhhh करने लगी. मैंने सोनाली को टेबल पे लिटाया और अब दूसरी पोजीशन में चोदने लगा उसको वो काफ़ी पसंद आया.

सोनाली – आह aaaaaaahhhhh प्राश रुको मत aaahhhh aahhhh.

लगभग १५ मिन में वो दो बार झड गई, उधर वरुण आंटी को खड़े खड़े चोद रहा था. कुछ देर बाद उनका भी हुआ. हम थक के बैठ गये. इतने में सोनाली रेखा आंटी के पास गयी और उनके चूछे चाटने लगी. आंटी ummmm ummmm सिसकारियाँ लेने लगी, आंटी ने भी अब सोनाली की चूत चाटना चालू किया, सोनाली भी aaaeee उम्मम सिसकारियाँ लेने लगी. मैं उठा और आंटी के पीछे जाके आंटी की चूत मारने लगा.

आंटी – aaahhhh क्यों डाला इतने ज़ोर से aaahhhh aahhh दर्द हो रहा है आराम से करो.

मैं आराम से करने लगा उधर वरुण भी उठा और सोनाली की चुदाई करने लगा. हमने १०-१२ मिनट ऐसी चुदाई की रूम में बीएस aaahhhh aaaeee उम्ममम्म ummmm aaaahhh असीसी आवाज़े आ रही थी. अब वरुण ने और मैंने एक दिसरे से जगह बदल ली.

वरुण आंटी को चोदने लगा और मैं सोनाली को चोदने लगा ५-७ मिन बाद हम सब झड़ गये, मैंने रस सोनाली के मुँह में डाल दिया और वही सो गये. थोड़ी देर बाद उठे तो मैं देखने लगा कि सोनाली सोयी हुई है, वरुण भी सोया हुआ है, बस आंटी जगी हुई है, मुझे फिर चोदने का मन हुआ तो मैंने आंटी की चूत में थूक लगायी और अपना लंड डाल दिया. “Aunty Double Penetration Sex”

अब सोफ़े पे आंटी चुदने लगी, १० मिनट तक आंटी को चोदा, आंटी aaahhhh aaahhhhh आवाज़ निकल रही थी तो वरुण भी उठ गया. वरुण उठा और आंटी के मुँह में लण्ड दे दिया. मैं चोद रहा था और आंटी वरुण का लंड चूस रही थी, ५ मिन बाद हमने पोजीशन बदल ली. अब आंटी मेरा लंड चूसने लगी, और वरुण आंटी को चोदने लगा. इतने में दरवाज़ा की घंटी बजी, हमने सोनाली को देखने को बोला, सोनाली ने देखा कि बाहर आंटी का पति यानी अंकल खड़े थे.

अंकल- अरे मैडम, आपने मेरी बीवी को कही देखा है क्या ? मैं सो रहा था और उठा तो मेरी बीवी कही ग़ायब थी.

सोनाली – नहीं अंकल मुझे पता नहीं माफ़ कीजिए.

अंकल – उसका मोबाइल बंद आ रहा है, इसलिए मैं थोड़ा चिंतित हूँ.

और वहाँ से निकल गये, उनको क्या पता था कि उनकी बीवी को २ जवान लौंडे उसी रूम में चोद रहे थे.

रेखा आंटी – जाने दे उस चूतिए को, आज तक उसने मुझे ठीक से नहीं चोदा, हमेशा गर्म करकें ठंडा ही छोड़ देता है.

ये सुनके मैं और वरुण हँसने लगे. अब मैंने वरुण को थोड़ा तेल लाने को बोला. मैंने अपने लंड पे तेल लगाया और रेखा आंटी की गाँड़ में अपना लंड डाल दिया.

रेखा आंटी – aaahhhh ahhhhh दर्द हो रहा है aahhhhhh.

मैंने वरुण को चूत चोदने को कहा और वो भी चूत चोदने लगा. अब मैं लेता हुआ था, मेरे लंड पे आंटी बैठी हुई थी तो मेरा लंड आंटी की गाँड़ में था, वरुण बाजू में खड़ा रहके आंटी की चूत चोद रहा था डबल पेनेट्रेशन हो रहा था आंटी के साथ. आंटी बस चिल्लाए जा रही थी Aaaahhhhh aaahhhhh aaaeee मर गई रे aahhhhh. मेरे मोबाइल पे अंकल का कॉल आया.

अंकल – बेटा आंटी तुम्हारे साथ है क्या.

मैं – हा अभी मेरे साथ ही थी अंकल आधे घंटे पहले शायद बार में गई हो.

अंकल – तुम इतना हाफ़ क्यों रहे हो.

मैं – थोड़ा रनिंग कर रहा था अंकल इसलिए.

अंकल – अच्छा रेखा मिली तो बताना.

मैं – हा अंकल ज़रूर.

हम झड़ गये और थक गए फिर मैंने और आंटी ने शावर लिया और मैं अपने रूम में चला गया और आंटी भी अपने कमरे में चली गई. अगले दिन सुबह अंकल और आंटी और मैंने नाश्ता किया और फिर अंकल और आंटी सामान लेके रिसोर्ट से निकल गये. रेखा आंटी इंदौर में रहती है, मैं जब भी इंदौर जाता हूँ तो आंटी के पास ज़रूर जाता हूँ। तो ये थी मेरी कहानी, पसंद आई तो फीडबैक ज़रूर देना इंस्टाग्राम – praash.patil, ईमेल – [email protected]

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