नमस्कार दोस्तो ये कहानी है मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड की जिससे मैं एक कॉलेज ग्रुप के लिंक के माध्यम से मिला था तो दोस्तो कहानि सुरु करने से पहले मैं अपना और अपनी गर्लफ्रेंड का परिचय दे देता हु मेरा नाम राजवीर सिंह है और मैं लखनऊ से हु मेरी हाईट 5 फूट है और मेरे लन्ड का साइज 6 इंच लम्बा और 3 इंच मोटा है. Virgin Girl Tight Chut
और मेरी गर्लफ्रेंड का नाम प्रियंका (काल्पनिक नाम ) है जिसका हाईट 5.3 इंच है उसकी फिगर साइज 28 ,28,30 है । ये घटना कोविड के समय घटित हुई हुवा ये की उस टाइम कोविड के वजह से पूरे शहर में लॉकडाउन लगा हुआ था सारी क्लासेस ऑनलाइन मोड पर चल रही थी.
धीरे धीरे ऑनलाइन क्लास में मजा नहीं आ रहा था तो मैं वैसे ही अपने व्हाट्सएप पर स्टेटस देख रहा था तवी मेरे एक फ्रेंड ने किसी यूनिवेसिटी का ग्रुप का लिंक सेंड किया तो मैने उसको ज्वाइन कर लिया उसके बाद मैं लड़कियों के पास एमएसजी करना सुरु कर दिया सब का तो नही लेकिन कुछ लड़कियों का एमएसजी आया.
फिर उसी दुरान मेरी बात प्रियंका से हुई जो उसी कॉलेज से बी एससी कर रही थी धीरे धीरे हमारी बात स्टार्ट हुई स्टार्टिंग में तो वो मेरे एमएसजी का बहुत कम ही रिप्लाई करती थी धीरे धीरे हमारी बात पहले से ज्यादा होने लगी स्टार्टिंग में तो सब कुछ नोर्मल ही चल रहा था.
लेकिन समय के साथ साथ नजदीकिया बढ़ती गई और हमारी बाते भी बढ़ती गई । अब हमारी बाते डबल मीनिंग में वी होने लगी थी लेकिन वो खुल कर कुछ नही जवाब देती थी बहुत ज्यादा वो सरमिली थी एक दिन मैं उस से सेक्स के बारे में बात करने लगा लेकिन वो जवाब नही दे रही थी.
फिर वो समय के साथ साथ खुलने लगी फिर मैं उससे एक दिन पूछा की तुमारा कोई बॉयफ्रेंड है तो उसने जवाब दिया की मेरा अभी तक कोई बॉयफ्रेंड नही है मैने भी मौका देख कर उसको परपोज कर दिया तो उसने जवाब दिया की सोच कर बताऊंगी फिर उसने अगले दिन हा में जवाब दिया.
फिर हम रात्रि में बहुत ज्यादा बात करने लगे अब हम फोन सेक्स करने लगे थे मैं उसको फोन पर चोदता था तो वो अपनी चूत में उंगली करती थी और मैं लंद को हिलाता था अब आग दोनों ए तरफ लग चुकी थी जो अब फोन पर नही मिटने वाली थी फिर हम ने मिलने का फैसला किया और एक डेट फिक्स किया.
अब वो दिन आ गया मैं उस दिन रूम पर अकेला था फिर मैं उसको अपना एड्रेस सेंड किया और वो मेरे रूम पर आके कॉल की मैं उसको अपने रूम के अंदर ले गया और रूम लोक कर के मैं उसको पकड़ लिया और किस करने लगा वो मेरा साथ नही दे रही थी लेकिन कुछ टाइम बाद वो वी साथ देने लगी.
फिर धीरे धीरे मैं किस करते करते उसके बूब्स को दबाने लगा और किस कर रहा था फिर मैं उसके कपड़े को निकलने लगा अब वो सिर्फ ब्लैक ब्रा और ब्लैक पैंटी में थी उसका वो रूप देख कर तो ऐसा लग रहा था की अवि इसको इतना चोदूं की इसकी चूत का भोसड़ा बन जाए लेकिन मैं आराम से मजा लेना चाहता था.
फिर मैं उसके पैंटी और ब्रा को वी निकल कर उसके बूब्स को चूसने लगा वो मौन करने लगी और आ आ करे लगी फिर मैं उसके बूब्स चूसते चूसते उसके चूत पर आ गया और उसके चूत को चूसने लगा जब मैं चूत को चूस रहा था तो वो इतना गर्म हो गई की बोलने लगी राजवीर अब नही रहा जा रहा है अपना लन्ड मेरी चूत में डाल दो.
लेकिन मैं उसकी चूत को चूसता रहा कुछ समय बाद उसका पानी आ गया फिर मैं उसके चूत से मुंह को हटाया और उसे अपने लैंड को चूसने के लिए बोला लेकिन मेरे लैंड की लंबाई देख कर वो बोल रही थी की इसी मुझे बहुत जड़ा दर्द होगा मेरा पहली बार है.
मैं बोला पहले मेरे लन्ड को चूसो मैं सब कुछ आराम से करूंगा तुम को दर्द नही होगा फिर बहुत बार कहने पर मेरा लन्ड चूसने लगी उस टाइम मुझे ऐसा लग रहा था की मैं किसी जन्नत में हु अब मैं इतना उत्तेजित हो गया की उसका सिर पकड़ कर उसको जोर जोर से उसको मुंह को चोदने लगा जिस से उसको सास लेने में परेशानी हो रही थी.
लेनिन मैं उसके मुंह को चोदता रहा और उसके मुंह में अपना वीर्य को छोड़ दिया और मैं लन्ड को बाहर निकाल लिया उसके बाद वो मेरे वीर्य को थूकने लगी उसके बाद फिर हम दोनो एक दूसरे को किस करने लगे मैं उसको किस करने के साथ साथ उसके बूब्स को मसलता और चूत में उंगली करता रहा था.
धीरे धीरे हम दोनो इतना गर्म हो गई की अब मुझे चोदने का मन हो रहा था बस फिर मैं उसको बेड पे लिटाया और उसके कमर के नीचे तकिया रखा और मैं अपने लैंड को उसके चूत पर रखा और अन्दर के तरफ धक्का देने लगा लेकिन उसकी चूत इतना ज्यादा टाइट थी की मेरा लन्ड अन्दर नही जा रहा था.
फिर मैं उठा और पास में रखा सरसो के तेल को लन्ड और चूत पर लगाया और लन्ड को चूत पर लगा कर हल्का सा अंदर की तरफ धक्का लगाया फिर मेरा लैंड थोड़ा सा अंदर गया तो वो सिर करने लगी और निकले के लिए बोलने लगी.
फिर मैं उसके लिप्स पर अपना लिप्स रख कर मुंह को बंद कर के एक जोर का धक्का दिया तो मेरा आधा लैंड उसके चूत में गया और वो छटपटाने लगी और उसके आखों में आशु आ गए फिर भी मैं नही रुका और के जोर का धक्का दिया तो मेरा लुंड चूत की सील को तोड़ते हुवे पूरा अंदर चला गया.
और इधर ये इतना जड़ा छटपटा रही थी की उसकी जान जैसे निकल रही हो फिर मैं वैसे ही कुछ टाइम रुका फिर जब उसका दर्द आराम हवा तो मैं धक्का देना शुरू कर दिया और उसको चोदने लगा फिर धीरे धीरे उसको भी मजा आने लगा उसके बाद मैं उस दिन लगभग 4 बार चोदा अब हम दोनो जब वी टाइम मिलता है तो चुदाई करते है.
ये मेरी पहली स्टोरी है तो मैं अच्छे से नही लिख पाया हु अगर कोई गलती हुई हो तो आप लोग माफ करना आगे से और अच्छे से लिखने की कोशिश करूंगा अगर आप लोगो को स्टोरी अच्छी लगी हो तो अपनी राय दे मेरी ईमेल आईडी [email protected] आगे की स्टोरी में बताऊंगा की मैं कैसे एक आंटी को चोदा तब तक के लिए नमस्कार.