खूबसूरत जवान लड़की साथ शारीरिक संबंध

मैं जहा काम करता था वहा एक नई लड़की ने ज्वाइन किया। वो लड़की अगले दिन से ही ऑफिस आने लगी। उसका नाम वैशाली था और वो काफी सुंदर लड़की थी। उसका शरीर देख ऑफिस में सभी मर्दो के दिमाग में गन्दी बाते आने लगती और मैं भी उनमे से एक था। Office Girl Free Porn

उस लड़की की बड़ी बड़ी काली आंखे , सुंदर होंठ, शरीर की सही गोलाई को देख हर कोई कामुक हो जाता। वो लड़की मेरे साथ बैठने लगी और मैं उसे ऑफिस का काम सिखाने लगा। मैं कभी कभी बात करता हुआ रुक जाता और उसकी आँखों में खो जाता और वो मुझे हस कर देखने लगती।

कुछ दिन काम साथ करने से हमरी दोस्ती और अच्छी होती गई और हम पूरा पूरा दिन एक साथ रहने लगे। मैं उसके साथ सेक्स करके से सपने देखने लगा जो असंभव था। वैशाली को पता था की मैं विवाहित हूँ इस लिए वो मुझ से सिर्फ दोस्ती चाहती थी।

पर मैंने हर नहीं मानी। हम दोनों ऑफिस के एक कोने में बैठा करते थे। वैशाली दीवार से चिपक कर बैठती थी और मैं उसके साथ। उस दिन वो अपना लैपटॉप टेढ़ा कर के कुछ देख रही थी। वो काफी देर तक अपने लैपटॉप में देखती रही और मैं अपना काम करता रहा।

मुझे शक हुआ तो मेने झटके से वैशाली का लैपटॉप अपनी तरफ कर दिया। लैपटॉप देख मुझे पता लगा की वैशाली कामुक बैठी थी। वो अपने लैपटॉप पर लंड चूसने वाली सेक्स वीडियो देख रही थी। मेरे पता लग जाने पर वो शर्म के मारे नीचे देखने लगी। वैशाली के अंदर काफी कामवासना भरी थी। इसलिए उसने कई सारी देसी सेक्स स्टोरी की वेबसाइटस भी खोल रखी थी।

वैशाली (नीचे देखते हुए) – सर आप प्लीज किसी को कुछ मत बताना !

मैंने वैशाली की जांघो पर हाथ रखा और कहा कोई बात नहीं मैं भी तो कामुक महसूस कर रहा हूँ अभी।

वैशाली – मतलब?

ये कहते ही मैं वैशाली के सूट में हाथ डाल कर उसकी जांघ सहलाने लगा। वो पहले से कामुक थी इसलिए उसे अच्छा लगने लगा।

वैशाली – सर ऐसा मत करो ये सब ठीक नहीं है करना। कम से कम यहाँ तो मत करो !!

वैशाली का ऐसा कहने पर मैं समझ गया की उसकी ये उसकी हाँ है। मैंने अपने मुँह पे ऊँगली रखी तो उसके कहा चुप रहो और बस महसूस करो। ऐसा बोलते ही मैं वैशाली की योनी उसकी पजामी के ऊपर से सहलाने लगा। उसकी पजामी निचे से गीली थी और वैशाली सेक्स करने के लिए पूरी तैयार बैठी थी। अब मेरा लिंग भी पूरा तन गया और पैंट से दिखने लगा।

जब वैशाली की नजर मेरे लिंग पर गई तो वो उसपे हाथ रख कर प्यार से सहलाती रही। हम दोनों ऑफिस के कोने में कामुक हो कर एक दूसरे को गन्दी जगह सहला रहे थे और तभी लंच का टाइम हो गया। लंच होते ही सभी यहाँ वहा जाने लगे और हम वही बैठे रहे। मैं वैशाली के साथ ऑफिस में सेक्स नहीं कर सकता था क्यों की सब हो पता लग जाता।

मैंने कहा – वैशाली मजा आया ?

वैशाली (धीरे से बोली) – हाँ।

तभी मैंने उसका हाथ पकड़ा और उसे अपना सामान लेने को कहा। वैशाली ने कई सवाल पूछे पर मैं उसे अपने साथ ले गया। बाहर निकलते ही मैंने ऑनलाइन होटल बुक किया और वैशाली को अपनी बाइक पर बैठा कर ले गया।

होटल देखते ही वैशाली समझ गई और उसने कहा सर मुझे नहीं लगता हमें से करना चाहिए। आप विवाहित फिर भी आप मेरे साथ क्यों? मैंने वैशाली को कहा की मैं वही करता हूँ जिसमे मुझे अच्छा लगता है और तुम्हे भी वही करना चाहिए।

ये बोलने के बाद मैं वैशाली को अंदर ले गया। अब मैं एक जवान कुंवारी लड़की की चुदाई करने वाला था। वैशाली से मिलने के बाद मैं अपनी बीवी के बारे मैं भूल गया था। इसलिए वैशाली के प्यार की वजह से मैं सही गलत भूल गया था।

होटल के कमरे में मैंने वैशाली को गले लगाया और उसकी पतली कमर का पूरा मजा लेने लगा। उसके बाद मैंने उसका सूट उतारा और मजे से उसके दोनों स्तन दबाने लगा। अब वैशाली भी कामुक हो गई और उसने मुझे अपने निपल्स चाटने को कहा।

बस फिर क्या मैंने वैशाली को धका दिया और बिस्तर पर गिरा कर उसके ऊपर चढ़ गया। मैं कामुक वैशाली के स्तनों को हर जगह से चाटता रहा और वो आँखे बंद कर आनंद लेती रही। उसके स्तन मेरी जीभ से गीले हो गए और दोनों चूची लाल बाती की तरह जलने लगी। मैंने वैशाली की सलवार उतरी और उसकी योनी से निकलता रस चाटने लगा।

वैशाली – अहह ऊह अहहह बेबी !

उसकी योनी अब मेरे लिंग के लिए तैयार थी मैंने अपनी पैंट से लिंग निकाला और उसकी योनी के ऊपर रगड़ने लगा। लिंग महसूस करते ही वैशाली होश कोने लगी और मुझे कामुक आँखों से देखने लगी। मैंने गे सेक्स भी किया था पर अपनी बीवी से छुप कर।

जब पहली बार स्कूल के सर ने मार्क्स के बदले मेरे साथ सेक्स किया था तो मुझे पहली बार जिंदगी का मजा आया था। और आज मैं एक कुंवारी लड़की की चुदाई करने के लिए होटल मैं हूँ। वैशाली मेरे लिंग को अपने शरीर में लेने के लिए पागल होने लगी थी। उसने मेरा लिंग हाथ में खुद लिया और अपने अंदर डालने लगी।

उसके खुद अंदर डालने से पहले ही मैंने जोर से धका दिया और मेरा लिंग उसकी योनी में चला गया। वैशाली के मुँह से अहह की तेज आवाज आई तो मैं और जोशीला हो गया और उसके पेरो के बीच धके लगाने लगा। मेरे लिंग की रगड़ से वैशाली की सासे तेज होने लगी और उसने मुझे कस कर गले लगा लिए।

उसके बाद मैंने पूरी ताकत और तेजी से वैशाली की योनी पर अपना लिंग मारने लगा। हमें सेक्स की इतनी जल्दी थी की हमने कमरे का AC भी नहीं चलाया था जिस वजह से हम पसीना पसीना हो गए। कामवासना की आग में जलते हम एक दूसरे के चिपचिपे शरीर को हर जगह छूने लगे।

प्यार के आग हमारे दिल मैं जलने लगी और हम एक दूसरे के शरीर से निकलने वाले तरल को पीने के लिए तैयार हो बैठे। कमर हिला हिला कर मैं सेक्स कर रहा था। उसके बाद मैं वैशाली के ऊपर उठ कर अपने घुटनों पर खड़ा हो गया।

मैंने वैशाली की एक टांग पकड़ी और उसके पैर का अंगूठा मुँह में ले कर चूसने लगा। वैशाली काफी सेक्सी थी तो मुझे उसका पैर चाटने चूसने में भी मजा नहीं लगा। मैं उसका अंगूठा चूसते हुए उसे धके लगता रहा और वो मुझे कामुक हो कर देखती रही। “Office Girl Free Porn”

वैशाली को मेरे सेक्स करने के तरीके से कभी आनंद आने लगा। उस वक्त मुझे उसके सिंदर पैर काफी अच्छे लग रहे थे। उसके पेरो और हाथो के लम्बे नाख़ून मुझे लुभा रहे थे। और मैं अपनी पूरी तेजी से सेक्स कर रहा था। तभी वैशाली की योनी चिकनी होने लगी और उसमे से सफेद पानी बाहर आने लगा जिसने मेरा पूरा लिंग गन्दा कर दिया।

उसके बाद वैशाली का मजा दुगना हो गया और मेरा लिंग उसकी योनी के और अंदर जाने लगा। कुवारी लड़की की चढ़ाई का मुजा क्या होता है मैं उस दिन जाना। बस फिर क्या 3 से 4 धको में मेरा लिंग भी अपनी सफ़ेद मलाई निकाल दिया और होटे लाल हों गए।

सेक्स करने के बाद हमारे शरीर चिपचिपे हो गए। पुरे शरीर पर पसीना तो था ही अब लिंग और योनी भी सफ़ेद तरल में लिपटे थे। वैशाली को मुझ से प्यार हो गया और हम दोनों ने कई बार सेक्स किया। पर कुछ सालो बाद उसके घर वालो ने उसकी शादी करवा दी और हमारी प्रेम कहानी वही खत्म हो गई।

Leave a Comment

WP Twitter Auto Publish Powered By : XYZScripts.com